Sone Ka Bhav: गुरुवार 10 जुलाई 2025 को देश के सर्राफा बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों में एक बार फिर तेजी देखी गई. निवेशकों और ग्राहकों के लिए यह अहम जानकारी है कि आज 24 कैरेट सोना 242 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 369 रुपये प्रति किलो महंगी हुई है.
सोने-चांदी के ताज़ा रेट
- इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा जारी रेट्स के अनुसार,
- 24 कैरेट सोना आज ₹96,838 प्रति 10 ग्राम पर खुला, जो GST के साथ ₹99,743 हो गया है.
- चांदी आज ₹1,06,900 प्रति किलो के रेट से खुली और GST समेत ₹1,10,107 प्रति किलो बिक रही है.
अन्य कैरेट के गोल्ड रेट्स में भी उछाल
- 23 कैरेट गोल्ड आज ₹96,150 पर खुला (GST सहित ₹99,343).
- 22 कैरेट गोल्ड की ज्वेलरी रेट ₹9,451 प्रति ग्राम है.
- 20 कैरेट की कीमत ₹8,619 और
- 18 कैरेट का रेट ₹7,844 प्रति ग्राम तक पहुंच गया है.
- इन कीमतों में अभी मेकिंग चार्ज शामिल नहीं है.
आपके शहर में भाव में हो सकता है अंतर
IBJA के रेट्स ऑल इंडिया एवरेज होते हैं, लेकिन स्थानीय बाजारों में इनसे ₹1,000 से ₹2,000 का अंतर देखने को मिल सकता है. IBJA दिन में दो बार – 12 बजे और शाम 5 बजे भाव जारी करता है.
इस साल अब तक कितनी बढ़ी कीमतें?
2025 की शुरुआत से लेकर अब तक,
- सोना ₹21,098 प्रति 10 ग्राम
- और चांदी ₹20,883 प्रति किलो महंगी हो चुकी है.
- 31 दिसंबर 2024 को
- सोना ₹76,045 पर खुला था,
- चांदी ₹85,680 प्रति किलो थी.
- आज के मुकाबले ये आंकड़े दर्शाते हैं कि कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है.
तेजी की वजह
- ग्लोबल मार्केट में सोने की कीमतें डॉलर की कमजोरी और व्यापारिक अनिश्चितता के कारण बढ़ रही हैं.
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ब्राजील से आयात पर 50% टैरिफ लगाने के फैसले के बाद, ट्रेड वॉर फिर तेज हो गया है.
वैश्विक स्तर पर सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल
- IBJA की उपाध्यक्ष आकांक्षा कंबोज के अनुसार,
- सोने को $3,300 प्रति औंस पर सपोर्ट मिल रहा है.
- फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है.
- मेहता इक्विटीज के वीपी राहुल कलंत्री के अनुसार,
- सोने को $3,285–$3,305 पर सपोर्ट
- और $3,340–$3,365 पर रेजिस्टेंस मिल रहा है.
- रुपये में देखें तो
- ₹96,190–₹95,880 पर सपोर्ट,
- और ₹96,950–₹97,380 पर रेजिस्टेंस है.
क्या आगे भी बढ़ेंगे रेट?
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि अगर वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक हालात ऐसे ही बने रहे, तो सोने और चांदी के भाव में और तेजी आ सकती है. निवेशकों को सतर्क रहते हुए दीर्घकालिक निवेश रणनीति अपनानी चाहिए.