Petrol Diesel Rate: अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड 70.00 डॉलर प्रति बैरल पर स्थिर बना हुआ है. वहीं, WTI क्रूड मामूली बढ़त के साथ 68.13 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है. सामान्यत: जब कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आती है, तो घरेलू बाजार में भी रेट बढ़ जाते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ. इसके उलट, कई शहरों में ईंधन की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जो आम लोगों के लिए राहत की बात है.
हर सुबह तय होते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें रोज सुबह 6 बजे अपडेट होती हैं. इन रेट्स में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन, वैट और ट्रांसपोर्टेशन चार्ज जैसे कई टैक्स और शुल्क जुड़े होते हैं. यही कारण है कि कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें स्थिर रहने के बावजूद खुदरा मूल्य में भिन्नता देखी जाती है.
नोएडा और पटना में बदलाव, गाजियाबाद में बड़ी राहत
उत्तर प्रदेश के नोएडा में पेट्रोल 8 पैसे महंगा होकर 94.85 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है, जबकि डीजल 9 पैसे बढ़कर 87.98 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है. इसके विपरीत, गाजियाबाद में पेट्रोल 96 पैसे सस्ता होकर 94.44 रुपये और डीजल 1.09 रुपये गिरकर 87.51 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
बिहार की राजधानी पटना में भी पेट्रोल 18 पैसे सस्ता होकर 105.23 रुपये और डीजल 17 पैसे घटकर 91.49 रुपये प्रति लीटर हो गया है. इन बदलावों से वहां के उपभोक्ताओं को हल्की राहत मिली है.
दिल्ली-मुंबई समेत महानगरों में कोई बदलाव नहीं
देश के चार प्रमुख महानगरों – दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में आज तेल के रेट स्थिर बने हुए हैं. यहां की ताजा कीमतें इस प्रकार हैं:
- दिल्ली: पेट्रोल – ₹94.72, डीजल – ₹87.62 प्रति लीटर
- मुंबई: पेट्रोल – ₹103.44, डीजल – ₹89.97 प्रति लीटर
- चेन्नई: पेट्रोल – ₹100.76, डीजल – ₹92.35 प्रति लीटर
- कोलकाता: पेट्रोल – ₹104.95, डीजल – ₹91.76 प्रति लीटर
महानगरों में स्थिरता के चलते वहां के उपभोक्ताओं पर आज कोई नया असर नहीं पड़ा है.
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में अंतर क्यों होता है?
भारत में हर राज्य में वैट की दरें अलग-अलग होती हैं, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फर्क आता है. इसके अलावा, ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट, डीलर कमीशन और टैक्स स्ट्रक्चर भी रेट तय करने में भूमिका निभाते हैं. इस वजह से एक ही दिन में अलग-अलग शहरों में दाम ऊपर-नीचे होते रहते हैं.
क्यों जरूरी है ईंधन दरों की जानकारी रखना?
पेट्रोल और डीजल की कीमतों का सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ता है. ट्रांसपोर्टेशन लागत बढ़ने पर रोजमर्रा की चीजों के दाम भी बढ़ सकते हैं. ऐसे में ईंधन रेट्स की जानकारी रखने से खर्चों की बेहतर योजना बनाई जा सकती है. खासतौर पर व्यापारियों, ट्रांसपोर्टर्स और डिलीवरी सर्विस से जुड़े लोगों के लिए यह जानकारी बेहद अहम होती है.
क्या आगे फिर बढ़ सकते हैं रेट्स?
वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में अगर और तेजी आती है, तो इसका असर भविष्य में भारतीय बाजार पर भी पड़ सकता है. फिलहाल कई शहरों में स्थिरता या गिरावट बनी हुई है, लेकिन स्थिति बदलते देर नहीं लगती.
इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि आम उपभोक्ता रोजाना की अपडेट पर नजर रखें, ताकि सही समय पर फैसला लिया जा सके, खासकर जब डीजल महंगा होने से कृषि और ट्रांसपोर्ट दोनों प्रभावित होते हैं.