Gold Silver Price: जून की शुरुआत के साथ ही पटना के सर्राफा बाजार में अब पहले जैसा रौनक नहीं दिखाई दे रही है. शादी-विवाह का मौसम खत्म होते ही ग्राहक भी बाजार से गायब हो गए हैं. जहां एक ओर सोने की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं, वहीं दूसरी ओर चांदी लगातार ऊंचाई छू रही है, जिससे न केवल ग्राहक बल्कि दुकानदार और बाजार विश्लेषक भी हैरान हैं.
चांदी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, 2000 रुपये की तगड़ी उछाल
सोमवार को चांदी की कीमत में फिर से 2000 रुपये प्रति किलोग्राम की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई. अब चांदी का भाव 108000 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. जीएसटी जोड़ने के बाद यह दर 111240 रुपये प्रति किलो हो जाती है. एक्सपर्ट का मानना है कि इतनी तेज रफ्तार से चांदी में बढ़ोतरी पहले कभी नहीं देखी गई. इस अप्रत्याशित तेजी का कोई स्पष्ट कारण भी सामने नहीं आया है, जिससे बाजार में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
जानिए सोने के लेटेस्ट भाव
पटना सर्राफा बाजार में सोने की कीमतें फिलहाल स्थिर बनी हुई हैं.
- 24 कैरेट सोना: 96800 रुपये प्रति 10 ग्राम (जीएसटी सहित कीमत: 99704 रुपये)
- 22 कैरेट सोना: 90000 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 18 कैरेट सोना: 73700 रुपये प्रति 10 ग्राम
इन दरों से साफ है कि सोना भी लगातार ऊंचे स्तर पर बना हुआ है, हालांकि इसमें चांदी जैसी अचानक वृद्धि नहीं दिखी है.
हॉलमार्क चांदी के गहनों के दाम भी बढ़े
चांदी के आभूषणों की मांग के साथ ही कीमतें भी बढ़ी हैं. हॉलमार्क वाली चांदी अब 106 रुपये प्रति ग्राम की दर से बिक रही है. इसका असर छोटे दुकानदारों और ग्राहकों पर भी पड़ रहा है जो अब सोच-समझकर खरीदारी कर रहे हैं.
- गहनों के एक्सचेंज रेट में बदलाव, पुराने आभूषण भी महंगे में बदले जा रहे
- जो ग्राहक पुराने गहनों का एक्सचेंज करना चाहते हैं, उनके लिए भी रेट बदल चुके हैं.
- 22 कैरेट पुराने सोने के गहनों का एक्सचेंज रेट: 87500 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 18 कैरेट पुराने सोने के गहनों का एक्सचेंज रेट: 71200 रुपये प्रति 10 ग्राम
- हॉलमार्क चांदी के गहनों का एक्सचेंज रेट: 103 रुपये प्रति ग्राम
- बिना हॉलमार्क चांदी के गहनों का एक्सचेंज रेट: 101 रुपये प्रति ग्राम
इससे यह साफ है कि बाजार में पुराने गहनों की भी अच्छी कीमत मिल रही है, खासकर जब चांदी नई ऊंचाइयों को छू रही है.
क्या है कीमतों में उछाल की वजह? विशेषज्ञ भी हैरान
मौजूदा हालात में, विशेषज्ञ भी चांदी की कीमत में आई तेजी का कोई स्पष्ट कारण नहीं बता पा रहे हैं. कुछ जानकार इसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती मांग, डॉलर की कमजोरी, या मुद्रास्फीति की चिंताओं से जोड़कर देख रहे हैं. वहीं कुछ विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि स्थानीय मांग में कमी और तेजी से बढ़ती दरों के कारण बाजार में अनिश्चितता बढ़ गई है.
ग्राहकों में दिख रही है समस्या, खरीदारी टाल रहे हैं लोग
सोने-चांदी की बढ़ती कीमतों को देखते हुए ग्राहक अब खरीदारी टाल रहे हैं. खासकर चांदी की कीमतों में आई बेतहाशा तेजी ने मध्यम वर्ग के ग्राहकों को सतर्क कर दिया है. वहीं दुकानदारों का कहना है कि बाजार की रफ्तार तभी लौटेगी जब कीमतें स्थिर होंगी या गिरावट आएगी.
क्या आने वाले दिनों में घटेंगी कीमतें?
वर्तमान परिदृश्य में सोने और चांदी की कीमतों में स्थिरता या गिरावट की उम्मीद कम ही दिखाई दे रही है. लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थितियां सामान्य होती हैं, तो दूसरे हफ्ते से बाजार में थोड़ी राहत देखने को मिल सकती है.