Gold Silver Price: ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर की खबरों का असर वैश्विक बाजारों के साथ-साथ भारतीय बुलियन मार्केट पर भी साफ देखा जा रहा है. शेयर बाजार में तेजी आई है, लेकिन इसका सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ा है, जो अब नरम हो गई हैं. वहीं, औद्योगिक मांग में बढ़ोतरी के चलते चांदी की कीमतें जोर पकड़ रही हैं.
जीएसटी सहित सोना 1 लाख के नीचे, चांदी ने पार किया 1.09 लाख का आंकड़ा
बाजार रिपोर्ट्स के अनुसार, जीएसटी समेत 24 कैरेट सोने की कीमतें अब 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम से नीचे आ गई हैं. वर्तमान में यह 99,940 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है. दूसरी ओर, चांदी 1,09,720 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रही है.
आज चांदी में 1325 रुपये की तेजी, सोना 127 रुपये सस्ता
गुरुवार 26 जून को चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा गया. चांदी 1325 रुपये महंगी होकर 1,06,525 रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गई. दूसरी ओर, 24 कैरेट सोना 127 रुपये सस्ता होकर 97,030 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर खुला.
22 कैरेट और अन्य कैरेट्स में भी आई गिरावट
आईबीजेए (India Bullion and Jewellers Association) द्वारा जारी दरों के अनुसार:
- 23 कैरेट सोना 127 रुपये गिरकर 96,641 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना 116 रुपये सस्ता होकर 88,880 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 18 कैरेट सोना 95 रुपये गिरकर 72,773 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 14 कैरेट सोना 74 रुपये सस्ता होकर 56,763 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है.
- इन सभी दरों में जीएसटी और मेकिंग चार्ज शामिल नहीं हैं.
आईबीजेए रेट्स और स्थानीय बाजारों में फर्क संभव
आईबीजेए द्वारा जारी किए गए हाजिर भाव में जीएसटी शामिल नहीं होता. इसके अलावा, स्थानीय बाजारों में इन कीमतों में 1000 से 2000 रुपये तक का अंतर हो सकता है. IBJA रोजाना दो बार, दोपहर 12 बजे और शाम 5 बजे के आसपास, रेट्स जारी करता है.
2025 में अब तक कितने बढ़े हैं सोने और चांदी के दाम?
इस साल यानी 2025 में सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई है.
- सोना अब तक 21,290 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हो चुका है.
- चांदी में भी 20,508 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है.
- 31 दिसंबर 2024 को सोना 76,045 रुपये पर खुला था और चांदी 85,680 रुपये प्रति किलो पर. उस दिन बंद होते समय सोना 75,740 रुपये और चांदी 86,017 रुपये प्रति किलो के स्तर पर बंद हुई थी.
शेयर बाजार की तेजी, सोने की नरमी – निवेशकों के लिए क्या मतलब?
शेयर बाजार में आ रही तेजी के कारण निवेशकों का झुकाव इक्विटी की ओर बढ़ रहा है, जिससे सोने की मांग थोड़ी कमजोर हुई है. हालांकि, चांदी की मांग में बढ़ोतरी यह संकेत देती है कि औद्योगिक क्षेत्र में खपत बढ़ रही है, जिससे इसका दाम मजबूत बना हुआ है.
निवेश के नजरिए से अब क्या करें?
सोने की कीमतों में गिरावट निवेश के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो दीर्घकालिक निवेश की सोच रखते हैं. वहीं, चांदी की मांग और कीमतों में बढ़ोतरी के चलते इसमें अल्पकालिक मुनाफे की संभावना भी बनी हुई है.