MSP Rate Increase: केंद्र सरकार ने देश के किसानों को राहत देते हुए खरीफ सीजन की 14 प्रमुख फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी की है. इसके साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की ब्याज सब्सिडी योजना को भी वित्त वर्ष 2025-26 तक जारी रखने का फैसला लिया गया है.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंत्रिमंडल के निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि इस संशोधित MSP से सरकार पर कुल 2.07 लाख करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा, जो पिछले साल की तुलना में 7,000 करोड़ ज्यादा है.
धान, कपास और अरहर के MSP में बड़ा इजाफा
इस बार MSP में सबसे प्रमुख बदलाव धान, कपास और दालों के मूल्य में किया गया है:
- सामान्य ग्रेड धान: ₹2,300 → ₹2,369 (₹69 की वृद्धि)
- ए ग्रेड धान: ₹2,320 → ₹2,389
- कपास (मिडिल स्टेपल): ₹7,121 → ₹7,710
- कपास (लॉन्ग स्टेपल): ₹7,521 → ₹8,110
- अरहर (तुअर): ₹7,550 → ₹8,000 (₹450 की वृद्धि)
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि हर फसल का MSP उसकी लागत से कम से कम 50% अधिक हो, जिससे किसानों को उचित लाभ मिल सके.
अनाजों और मोटे अनाजों के बढ़े रेट
मोटे अनाज और अन्य मुख्य फसलों के MSP में भी बढ़ोतरी की गई है:
- हाईब्रिड ज्वार: ₹3,371 → ₹3,699
- मालदंडी ज्वार: ₹3,421 → ₹3,749
- बाजरा: ₹2,625 → ₹2,775
- रागी: ₹4,290 → ₹4,886
- मक्का: ₹2,225 → ₹2,400
बाजरा और रागी जैसी फसलों में यह वृद्धि पोषण से भरपूर खेती को बढ़ावा देने की दिशा में अहम मानी जा रही है.
दालें और तिलहन फसलों के MSP में बदलाव
दालों में इस बार की सबसे खास बात उड़द और मूंग के बढ़े हुए रेट हैं:
- उड़द: ₹7,400 → ₹7,800
- मूंग: ₹8,682 → ₹8,768
- मूंगफली: ₹6,783 → ₹7,263
- सूरजमुखी: ₹7,280 → ₹7,721
- सोयाबीन: ₹4,892 → ₹5,328
- तिल: ₹9,267 → ₹9,846
- रामतिल: ₹8,717 → ₹9,537
रामतिल में सबसे अधिक ₹820 की वृद्धि दर्ज की गई है, जो किसानों के लिए एक बड़ा फायदा है.
KCC ब्याज सब्सिडी योजना भी जारी रहेगी
- कृषि ऋण को सस्ता बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना के तहत दी जाने वाली ब्याज सब्सिडी योजना (MISS) को भी अगले वर्ष 2025-26 तक बढ़ाने का निर्णय लिया है.
- इस योजना के तहत किसानों को 3 लाख रुपये तक के ऋण पर 2-4% ब्याज सब्सिडी मिलती है.
- इससे किसान सस्ते ब्याज पर लोन लेकर खेती-किसानी में निवेश कर सकते हैं.
- सरकार ने इसके लिए आवश्यक वित्तीय प्रावधान भी तय कर दिए हैं ताकि किसी किसान को दिक्कत न हो.
नई MSP नीति से क्या होगा फायदा?
- किसानों को अधिक लाभ: MSP में बढ़ोतरी से किसानों को फसल बेचने पर बेहतर दाम मिलेंगे.
- कृषि उत्पादन को प्रोत्साहन: महंगे MSP से किसान अधिक फसलें उगाने के लिए प्रेरित होंगे.
- रोजगार में वृद्धि: कृषि क्षेत्र में निवेश बढ़ने से रोजगार के अवसर भी बढ़ सकते हैं.
- सकारात्मक ग्रामीण असर: गांवों की अर्थव्यवस्था में पैसा आएगा, जिससे ग्रामीण मांग भी बढ़ेगी.