13 जून को पेट्रोल डीजल की कीमत हुई जारी, टंकी फूल कराने से पहले जाने ले ताजा रेट Petrol Diesel Price

Petrol Diesel Price: भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एक बार फिर कोई बदलाव नहीं हुआ है. मई 2022 से अब तक देशभर में ईंधन की दरें लगभग स्थिर बनी हुई हैं. केंद्रीय और राज्य सरकारों द्वारा टैक्स में की गई कटौती इसका प्रमुख कारण है. लेकिन यह स्थिरता कब तक बनी रहेगी, यह अंतरराष्ट्रीय बाजार और आर्थिक परिस्थितियों पर निर्भर करता है.

हर दिन सुबह 6 बजे अपडेट होती हैं ईंधन की दरें

भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें रोजाना सुबह 6 बजे अपडेट की जाती हैं. इन दरों को निर्धारित करने में कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें, रुपया-डॉलर एक्सचेंज रेट, टैक्स और रिफाइनिंग लागत जैसे कई कारक भूमिका निभाते हैं.

क्यों नहीं बढ़ रहे दाम?

मई 2022 में केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में कटौती की थी और उसके बाद कई राज्यों ने भी वैट में राहत दी. तब से अब तक कीमतों में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं किया गया है. राजनीतिक और महंगाई नियंत्रण की रणनीति के तहत भी कीमतों को स्थिर रखा गया है.

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पेट्रोल-डीजल की कीमतों को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारण

  1. कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें

भारत लगभग 85% कच्चा तेल आयात करता है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में अगर तेल महंगा होता है तो उसका सीधा असर घरेलू ईंधन की दरों पर पड़ता है. बीते कुछ महीनों में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जरूर रहा है, लेकिन व्यापक नीति के तहत उपभोक्ताओं पर बोझ नहीं डाला गया.

  1. रुपया बनाम डॉलर का एक्सचेंज रेट

कच्चा तेल डॉलर में खरीदा जाता है. ऐसे में अगर भारतीय रुपया कमजोर होता है, तो तेल की आयात लागत बढ़ जाती है, जिससे पेट्रोल-डीजल महंगा हो सकता है. वहीं, डॉलर के मुकाबले मजबूत रुपया कीमतों पर नियंत्रण में मदद करता है.

  1. टैक्स और वैट

ईंधन पर सबसे बड़ा बोझ टैक्स का होता है. केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकारें वैट वसूलती हैं. यही वजह है कि अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल और डीजल के रेट अलग-अलग होते हैं. उदाहरण के लिए, महाराष्ट्र, राजस्थान और आंध्र प्रदेश में दरें ज्यादा हैं, जबकि केंद्र शासित प्रदेशों में तुलनात्मक रूप से कम.

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  1. रिफाइनिंग और डिस्ट्रीब्यूशन लागत

कच्चे तेल को पेट्रोल और डीजल में रूपांतरित करने की प्रक्रिया में खर्च आता है, जिसे रिफाइनिंग कॉस्ट कहा जाता है. साथ ही, इसे पंप तक पहुंचाने के लिए ट्रांसपोर्टेशन और डिस्ट्रीब्यूशन लागत भी जुड़ती है.

  1. डिमांड और सप्लाई

अगर बाजार में पेट्रोल-डीजल की मांग बढ़ती है, तो कीमतें भी ऊपर जा सकती हैं. खासकर त्योहारों या गर्मी/सर्दी के मौसम में यह मांग बढ़ जाती है.

आज के पेट्रोल-डीजल रेट

हर शहर में रेट जानने का सबसे आसान तरीका है SMS सेवा. सरकारी तेल कंपनियां ग्राहकों को यह जानकारी मोबाइल पर मुफ्त में उपलब्ध कराती हैं.

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  • IOC ग्राहक: RSP <शहर का कोड> टाइप कर भेजें 9224992249 पर
  • BPCL ग्राहक: RSP लिखकर भेजें 9223112222 पर
  • HPCL ग्राहक: HPPRICE लिखकर भेजें 9222201122 पर

कुछ ही क्षणों में आपके शहर का ताजा पेट्रोल और डीजल रेट SMS के जरिए मिल जाएगा.

देश में पेट्रोल-डीजल की औसत कीमतें (13 जून 2025 तक)

शहरपेट्रोल (₹/लीटर)डीजल (₹/लीटर)
दिल्ली96.7289.62
मुंबई106.3194.27
चेन्नई102.6394.24
कोलकाता106.0392.76

(नोट: दरों में राज्य के टैक्स के अनुसार थोड़ा अंतर हो सकता है)

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क्या निकट भविष्य में बढ़ सकते हैं रेट?

विशेषज्ञों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट जैसे कारक अगर जारी रहे तो सरकार को रेट्स बढ़ाने पर विचार करना पड़ सकता है. हालांकि, अभी तक सरकार ने कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिए हैं.

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