School Holiday: प्रदेश में लगातार बढ़ती गर्मी और तेज लू को देखते हुए जिला प्रशासन ने बड़ा निर्णय लिया है. आठवीं कक्षा तक के निजी स्कूलों में अब गर्मी की छुट्टियां 18 जून 2025 तक बढ़ा दी गई हैं. पहले इन स्कूलों में 15 जून तक छुट्टियां घोषित की गई थीं और 16 जून से दोबारा खुलने की योजना थी, लेकिन तेज गर्मी और बच्चों की तबीयत बिगड़ने की खबरों के बाद प्रशासन ने यह नया आदेश जारी किया है.
आठवीं से ऊपर की कक्षाएं सिर्फ सुबह 10 बजे तक चलेंगी
डीएम के आदेश में स्पष्ट किया गया है कि आठवीं कक्षा से ऊपर की कक्षाओं का संचालन अधिकतम सुबह 10 बजे तक ही किया जाएगा. इसका उद्देश्य यह है कि छात्र तेज धूप और लू के दौरान स्कूल से बाहर न निकलें और उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
सरकारी स्कूलों में पहले से 22 जून तक गर्मी की छुट्टियां
इससे पहले ही सरकारी स्कूलों में 22 जून तक गर्मी की छुट्टियां घोषित की जा चुकी हैं, लेकिन कई निजी स्कूलों ने 15 जून तक की ही छुट्टी दी थी. अब प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि निजी स्कूल भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर समान रूप से सतर्क रहें और छुट्टियों को बढ़ाएं.
आंगनबाड़ी केंद्र भी 9 बजे तक ही रहेंगे खुले
गर्मी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को भी 9 बजे तक ही संचालित करने का आदेश दिया गया है. इसके बाद सभी केंद्र पूरी तरह बंद रहेंगे. साथ ही, पोषाहार वितरण की प्रक्रिया भी सुबह 9 बजे तक पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं.
स्वास्थ्य बिगड़ने की मिल रही थीं लगातार शिकायतें
पिछले कुछ दिनों से कई स्कूलों से बच्चों के बीमार पड़ने और कमजोरी की शिकायतें प्रशासन को मिल रही थीं. भीषण गर्मी में बच्चों की उपस्थिति कम होने लगी थी, जिससे अभिभावकों और शिक्षकों में चिंता का माहौल बन गया था. इसी के मद्देनजर प्रशासन ने गर्मी की छुट्टियां बढ़ाने का निर्णय लिया.
प्रशासन ने दिया सख्त आदेश
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने आदेश को कड़ाई से लागू कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने डीईओ (जिला शिक्षा अधिकारी), डीपीओ (जिला परियोजना अधिकारी), एसडीओ और थानाध्यक्षों को यह आदेश तत्काल प्रभाव से निजी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में लागू कराने के लिए निर्देशित किया है.
गर्मी की स्थिति अभी बरकरार, और बढ़ने की आशंका
मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक गर्मी में कोई खास राहत की उम्मीद नहीं है. अधिकतम तापमान लगातार 44-46 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है. ऐसे में बच्चों को घर पर ही रखना और उनकी देखभाल करना बेहद आवश्यक हो गया है.
जनहित में लिया गया निर्णय, अभिभावकों ने जताई संतुष्टि
अभिभावकों ने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया है. उनका मानना है कि बच्चों की सेहत के मुकाबले पढ़ाई कुछ दिन रुकना बिलकुल उचित निर्णय है. कई माता-पिता ने सोशल मीडिया पर भी प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से समय पर और जरूरी था.