Haryana Ka Mausam: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आज हरियाणा के 15 जिलों में तेज आंधी चलने और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है. जिन जिलों में यह अलर्ट जारी किया गया है, उनमें चरखी दादरी, भिवानी, रोहतक, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, सोनीपत, पानीपत, करनाल, यमुनानगर, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला और पंचकूला शामिल हैं.
कई जिलों में बारिश की भी संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, कैथल, कुरुक्षेत्र, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, रोहतक, मेवात, फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल, सोनीपत, पानीपत, करनाल, अंबाला, पंचकूला और यमुनानगर में 25 से 50 प्रतिशत तक बारिश होने की संभावना है. इसका असर ग्रामीण और शहरी इलाकों दोनों पर पड़ेगा.
सोनीपत और हिसार में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित
सोमवार को भी हरियाणा के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई. सोनीपत में कई इलाकों में तेज बारिश के कारण गलियों में जलभराव हो गया. वहीं हिसार के नारनौंद में बारिश के बाद सड़क किनारे भरे पानी में लोहे के पोल में करंट आने से एक 28 वर्षीय युवक मनजीत की मौत हो गई. वह एक वकील के पास सहायक के रूप में काम करता था.
पश्चिम विक्षोभ के कारण मौसम में बना रहेगा बदलाव
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि इस समय एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिसके कारण 19 जून तक राज्य का मौसम अस्थिर बना रह सकता है. तेज़ हवाएं, गरज-चमक और छिटपुट बारिश की घटनाएं जारी रह सकती हैं.
19 जून के बाद प्री-मानसून की आहट
डॉ. खीचड़ के मुताबिक, 19 जून के बाद हरियाणा में प्री-मानसूनी हवाएं दस्तक दे सकती हैं, जिससे वातावरण में नमी बढ़ेगी और तापमान में गिरावट आने की संभावना है. इस बदलाव से गर्मी से राहत मिलने के आसार हैं.
मानसून 28 जून को लेगा एंट्री, 3 जुलाई तक पूरे प्रदेश में एक्टिव
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि हरियाणा में मानसून की एंट्री 28 जून को हो सकती है. इसके बाद यह तेज़ी से पूरे प्रदेश में फैलकर 3 जुलाई तक पूरी तरह सक्रिय हो सकता है. इस साल मानसून से कृषि कार्यों को समय पर शुरू करने में मदद मिलने की उम्मीद है.
बारिश से किसानों और आम लोगों को क्या असर पड़ेगा?
बारिश जहां फसलों और मिट्टी की नमी के लिए फायदेमंद है, वहीं तेज आंधी और बिजली गिरने जैसी घटनाएं खतरनाक भी साबित हो सकती हैं. किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसलों की कटाई-बुवाई की योजनाएं मौसमी अपडेट के आधार पर बनाएं और बिजली या आंधी के दौरान खेतों में काम न करें.
बिजली गिरने से कैसे बचें?
मौसम विशेषज्ञों की सलाह है कि आंधी-तूफान के दौरान:
- खुले मैदानों में खड़े न हों.
- पेड़ों के नीचे या बिजली के खंभों के पास न जाएं.
- मोबाइल या धातु की वस्तुएं उपयोग में न लें.
- घर में रहें और खिड़कियों-दरवाजों को बंद रखें.
राज्य प्रशासन ने की तैयारियां तेज
राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है. बिजली, जल निकासी और सड़कों की साफ-सफाई के इंतजामों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि भारी बारिश या जलभराव की स्थिति से निपटा जा सके.