Pilot Course: भारत में पायलट बनने के लिए सबसे पहली शर्त होती है शैक्षणिक योग्यता. इच्छुक उम्मीदवार को कक्षा 12वीं फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स (PCM) विषयों के साथ पास होना चाहिए. कुछ विशेष संस्थानों में कॉमर्स बैकग्राउंड वाले छात्रों को भी प्रवेश दिया जाता है, लेकिन इसके लिए अलग शर्तें होती हैं.
पायलट ट्रेनिंग की लागत कितनी आती है?
भारत में पायलट बनने की राह आसान तो नहीं, लेकिन स्पष्ट है. इसके लिए आपको पायलट ट्रेनिंग कोर्स में अच्छी-खासी राशि निवेश करनी होती है.
- औसत कुल ट्रेनिंग फीस: ₹35 लाख से ₹40 लाख
- कम से कम प्रारंभिक कोर्स फीस: ₹15 लाख से ₹20 लाख
- फीस का निर्धारण संस्थान, उड़ान घंटों और सुविधाओं के अनुसार होता है.
भारत में मिलने वाले प्रमुख पायलट लाइसेंस
पायलट बनने के लिए प्रशिक्षण के दौरान या बाद में आपको अलग-अलग लाइसेंस हासिल करने होते हैं, जिनकी जानकारी नीचे दी गई है:
लाइसेंस कार्य
- SPL (Student Pilot Licence) शुरुआती स्टेज, सोलो फ्लाइंग की अनुमति
- PPL (Private Pilot Licence) व्यक्तिगत उपयोग, व्यावसायिक उड़ानों की अनुमति नहीं
- CPL (Commercial Pilot Licence) कमर्शियल एयरलाइन में उड़ान संचालन के लिए अनिवार्य
- ATPL (Airline Transport Pilot Licence) कैप्टन बनने के लिए सर्वोच्च लाइसेंस
- FIR (Flight Instructor Rating) अन्य पायलटों को प्रशिक्षण देने की योग्यता
- MPL (Multi-Crew Pilot Licence) सह-पायलट बनने के लिए एयरलाइन स्पेसिफिक लाइसेंस
Remote Pilot Licence ड्रोन ऑपरेशन के लिए आवश्यक लाइसेंस
भारत के प्रमुख पायलट ट्रेनिंग संस्थान
- भारत में कई प्रतिष्ठित संस्थान हैं जो बढ़िया क्वालिटी की पायलट ट्रेनिंग मिलती हैं. इनमें शामिल हैं:
- इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स, चंडीगढ़
- इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एविएशन सर्विसेस, पटना
- IGRUA (Indira Gandhi Institute of Aeronautics), रायबरेली
- Captain Sahil Khurana Aviation Academy
- CADEC, Mumbai
- Indira Gandhi Institute of Aviation Technology (IGIAT), दिल्ली
इन संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आप राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस में नौकरी के लिए पात्र बन जाते हैं.
पायलट बनने के बाद मिल सकते हैं ये करियर विकल्प
पायलट बनने के बाद कई रोमांचक और उच्च वेतन वाली करियर प्रोफाइल में आप काम कर सकते हैं:
प्रोफाइल भूमिका
- कमर्शियल पायलट घरेलू या अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन
- को‑पायलट मुख्य पायलट की सहायता और सह-उड़ान संचालन
- प्राइवेट जेट पायलट चार्टर्ड और कॉरपोरेट उड़ानों का संचालन
- एयरफ़ोर्स पायलट रक्षा क्षेत्र में विमान संचालन
- फ्लाइट इंस्ट्रक्टर नए पायलटों को उड़ान प्रशिक्षण देना
किन कंपनियों में मिल सकती है नौकरी?
ट्रेनिंग पूरी करने के बाद आप भारत की प्रमुख एयरलाइनों में काम कर सकते हैं, जैसे:
- इंडिगो (IndiGo)
- स्पाइसजेट (SpiceJet)
- एयर इंडिया (Air India)
- विस्तारा (Vistara)
- जेट एयरवेज (Jet Airways – Relaunch)
इसके अलावा चार्टर्ड एयरलाइंस, प्राइवेट जेट ऑपरेटर, एविएशन अकादमी और भारतीय वायुसेना भी विकल्प हैं.
शुरुआती और अनुभवी पायलट की सैलरी कितनी हो सकती है?
एक पायलट की सैलरी उसकी योग्यता, अनुभव और एयरलाइन पर निर्भर करती है:
- प्रारंभिक वेतन: ₹4 लाख प्रति वर्ष (नवीन पायलट)
- अनुभवी पायलट का वेतन: ₹10 लाख प्रति वर्ष या उससे अधिक
- अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस में यह पैकेज ₹20 लाख या उससे अधिक भी हो सकता है.