Summer School Holiday: उत्तर भारत में लगातार तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है, जिससे न केवल बुजुर्ग और बीमार, बल्कि स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों की सेहत भी खतरे में आ गई है. लू, डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं. यही कारण है कि प्रशासन ने छुट्टियों की अवधि बढ़ाने का निर्णय लिया है.
पहले 15 जून तक थीं छुट्टियां, अब बढ़कर 30 जून तक
अधिकतर निजी स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां 15 जून तक निर्धारित थीं और 16 जून से कक्षाएं शुरू होनी थीं. लेकिन तेज़ गर्मी और बीमार बच्चों की रिपोर्ट मिलने के बाद प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए छुट्टियां तीन दिन और बढ़ा दी हैं. अब सभी निजी स्कूल 18 जून 2025 तक बंद रहेंगे.
सरकारी स्कूलों में पहले से 22 जून तक अवकाश
सरकारी स्कूलों में पहले से ही 22 जून तक अवकाश घोषित था. ऐसे में निजी स्कूलों के लिए छुट्टियां कम थीं. लेकिन अब जिला प्रशासन के नए आदेश के बाद निजी स्कूलों को भी 30 जून तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
जिलाधिकारी का स्पष्ट आदेश
- जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने आदेश जारी करते हुए कहा है:
- कक्षा 9 और उससे ऊपर की कक्षाएं केवल सुबह 10:00 बजे तक ही संचालित की जाएं.
- आंगनबाड़ी केंद्रों को पोषाहार वितरण के बाद सुबह 9:00 बजे तक बंद कर दिया जाए.
- किसी भी हाल में बच्चों को तेज धूप और गर्मी में लंबे समय तक स्कूल में नहीं रोका जाए.
स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राथमिकता
- प्रशासन का यह निर्णय इस बात को दर्शाता है कि बच्चों की सेहत से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. गर्मी में बच्चों को स्कूल भेजना:
- हीट स्ट्रोक, चक्कर, बुखार, डिहाइड्रेशन जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ाता है.
- बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ता है क्योंकि वे गर्मी में ध्यान नहीं लगा पाते.
- उनके स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक थकान भी बढ़ती है.
- इसलिए छुट्टियां बढ़ाना समय की मांग और समझदारी भरा कदम है.
आदेश का उल्लंघन करने पर होगी सख्त कार्रवाई
प्रशासन ने साफ किया है कि कोई भी निजी स्कूल यदि इस आदेश का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सभी:
- एसडीओ
- थाना अध्यक्ष
- जिला शिक्षा अधिकारी
- जिला कार्यक्रम अधिकारी
- को निर्देशित किया गया है कि वे अपने क्षेत्रों में इस आदेश का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें.
छुट्टियां और बढ़ सकती हैं अगर गर्मी रही बरकरार
जिलाधिकारी ने यह भी संकेत दिया है कि अगर तापमान में सुधार नहीं हुआ, तो 18 जून के बाद भी स्कूलों की छुट्टियों की अवधि बढ़ाई जा सकती है. इस बारे में अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन को सलाह दी गई है कि वे प्रशासन के नए निर्देशों पर नजर रखें.
अभिभावकों ने फैसले को बताया राहत भरा
- अभिभावकों ने जिला प्रशासन के इस निर्णय का स्वागत करते हुए इसे बच्चों के हित में एक जरूरी कदम बताया है.
- कई अभिभावकों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में उनके बच्चों को तेज बुखार, चक्कर और थकान जैसी समस्याएं हुईं.
गर्मी में बच्चों की देखभाल के लिए सुझाव
बच्चों को गर्मी में सुरक्षित रखने के लिए अभिभावकों को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- धूप में बाहर न निकलने दें
- हल्के और ढीले कपड़े पहनाएं
- पर्याप्त पानी और लिक्विड डाइट दें
- घर में ठंडी और हवादार जगह पर रखें
- इस तरह की सावधानी से बच्चों को गर्मी में सुरक्षित रखा जा सकता है.