Bank Notice: अगर आपका बैंक में खाता है, तो यह खबर आपके लिए बेहद अहम हो सकती है. भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों और वित्तीय संस्थानों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे अपने ग्राहकों को समय-समय पर KYC अपडेट कराने के लिए स्पष्ट और चरणबद्ध नोटिस भेजें. यह निर्णय ग्राहकों को बेहतर सुविधा देने और KYC प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से लिया गया है.
RBI के नए निर्देश क्या कहते हैं?
नए नियमों के तहत अब बैंक और वित्तीय संस्थान को KYC की नियत तिथि से पहले कम से कम 3 नोटिस भेजने होंगे. इनमें से एक नोटिस अनिवार्य रूप से डाक या पत्र के माध्यम से होना चाहिए. यदि ग्राहक निर्धारित समय में KYC अपडेट नहीं करता है, तो बैंक तीन रिमाइंडर नोटिस और भेजेगा.
किन खाताधारकों पर होगा सबसे ज्यादा असर?
- इस नियम का सबसे ज्यादा प्रभाव उन ग्राहकों पर पड़ेगा:
- जन धन योजना के अंतर्गत खोले गए खातों पर
- DBT/EBT योजनाओं से जुड़े खातों पर
- और उन खातों पर जिनकी KYC अपडेट लंबे समय से लंबित है
- बैंक इन सभी नोटिसों को रिकॉर्ड में रखेंगे ताकि भविष्य में इसका प्रमाण प्रस्तुत किया जा सके.
KYC में कोई बदलाव नहीं? फिर भी करनी होगी पुष्टि
अगर आपकी KYC जानकारी में कोई बदलाव नहीं हुआ है, या सिर्फ पता बदला है, तो भी आपको इसकी घोषणा बैंक को देनी होगी. इसके लिए आप बैंक मित्र (BC) की सहायता से एक घोषणा पत्र देकर KYC अपडेट करा सकते हैं. यह प्रक्रिया भी अब पहले से कहीं ज्यादा सरल और सुलभ कर दी गई है.
KYC अपडेट की अंतिम तिथि क्या है?
RBI के अनुसार, खाताधारकों को KYC अपडेट की अंतिम तिथि 30 जून 2026 या फिर अगले एक साल के भीतर पूरी करनी होगी (जो भी पहले हो). यदि ग्राहक यह प्रक्रिया समय पर पूरी नहीं करते हैं, तो उनके खाते को निष्क्रिय या फ्रीज भी किया जा सकता है.
बैंकों को रिकॉर्ड रखने के निर्देश
RBI ने स्पष्ट किया है कि सभी बैंक और संस्थान उन सभी KYC नोटिस, रिमाइंडर और ग्राहक की प्रतिक्रिया को अपने पास रिकॉर्ड के रूप में संजोकर रखें. यह नियम किसी भी विवाद या ग्राहकी शिकायत की स्थिति में साक्ष्य के रूप में काम आएगा.
ग्राहकों के लिए आसान किया गया KYC अपडेट प्रोसेस
- अब ग्राहक अपना KYC अपडेट करने के लिए:
- ऑनलाइन बैंकिंग, मोबाइल एप्लिकेशन या
- बैंक ब्रांच में जाकर
- या बैंक मित्र के माध्यम से
इस प्रक्रिया को पूरी कर सकते हैं.
अगर किसी ग्राहक की केवल पता बदलने की सूचना है, तो वह भी एक घोषणा पत्र के माध्यम से अपडेट की जा सकती है. इससे ग्राहकों को बार-बार दस्तावेज प्रस्तुत करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
नजरअंदाज किया तो नुकसान तय
- अगर ग्राहक KYC अपडेट नहीं करता है, तो उसका खाता:
- ट्रांजैक्शन के लिए अस्थायी रूप से बंद किया जा सकता है
- नए ट्रांजैक्शन रोके जा सकते हैं
- और खाते को स्थायी रूप से फ्रीज भी किया जा सकता है
- इसलिए ग्राहकों को समय रहते नोटिस का जवाब देकर KYC अपडेट कराना बेहद जरूरी है.
KYC अपडेट क्यों है जरूरी?
- KYC अपडेट करने से:
- फ्रॉड और धोखाधड़ी से बचाव होता है
- ग्राहक की पहचान की पुष्टि होती है
- वित्तीय लेन-देन अधिक सुरक्षित होता है
- और बैंक की विश्वसनीयता बढ़ती है
RBI के इस कदम का उद्देश्य
RBI का यह प्रयास ग्राहकों को समय पर जागरूक करना, उनकी सुविधा बढ़ाना और KYC प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना है. साथ ही बैंकिंग प्रणाली को डिजिटल और जवाबदेह बनाना भी इस नीति का हिस्सा है.