AC Health Side Effects: इन दिनों भारत भीषण गर्मी और हीटवेव से जूझ रहा है. ऐसे में लोग AC (एयर कंडीशनर) का जमकर उपयोग कर रहे हैं. तापमान 45 डिग्री तक पहुंच चुका है और लोग घरों में 18 से 20 डिग्री सेल्सियस तक एसी चलाकर राहत पा रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही राहत आपको कई बीमारियों की गिरफ्त में भी ले जा सकती है?
Indoor Generation बनने की कहानी AC से शुरू
19वीं सदी में डॉक्टर TB के मरीजों को खुली और ताजी हवा में रहने की सलाह देते थे. लेकिन 1960 के दशक में जब घरों में AC लगाए जाने लगे, लोगों ने बाहर निकलना बंद कर दिया. गर्मी के डर से लोग घर के अंदर कैद रहने लगे. विशेषज्ञों का मानना है कि यही से “Indoor Generation” की शुरुआत हुई – यानी ऐसे लोग जो दिन का 90% से ज्यादा समय घर या ऑफिस के अंदर बिताते हैं.
AC से शरीर को क्या-क्या नुकसान होते हैं?
गर्मी से राहत देने वाला AC असल में कई स्वास्थ्य समस्याओं की जड़ बन सकता है. जानिए इसके प्रमुख दुष्प्रभाव:
- त्वचा की नमी खत्म होना: लंबे समय तक AC में रहने से Skin Dryness हो जाती है जिससे खुजली, रूखापन और स्किन एलर्जी होने लगती है.
- आंखों की जलन और खुजली: AC की हवा आंखों को ड्राई कर सकती है. अगर आपको Dry Eye Syndrome है, तो इससे आंखों में जलन और खुजली और बढ़ सकती है.
- सिरदर्द और थकावट: ठंडे कमरे में देर तक रहने पर कई लोग सिर दर्द और माइग्रेन की शिकायत करते हैं.
- नाक और गले में समस्या: AC से निकलने वाली ठंडी और ड्राय हवा नाक बंद, गला सूखने, और खांसी-जुकाम का कारण बन सकती है.
- शरीर की अकड़न: ठंडी हवा की सीधी मार मांसपेशियों को प्रभावित कर सकती है और जोड़ों में अकड़न ला सकती है.
- इम्यून सिस्टम कमजोर होना: लंबे समय तक AC में रहने से शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर हो सकता है, जिससे वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन की संभावना बढ़ जाती है.
AC की वजह से मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर
AC के इस्तेमाल से केवल शारीरिक नुकसान ही नहीं होते, बल्कि इसका असर मानसिक स्वास्थ्य पर भी देखा गया है. दिनभर घर या ऑफिस में बंद वातावरण में रहने से लोग तनाव, चिड़चिड़ापन और एकाग्रता की कमी जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं.
Indoor Generation की जीवनशैली के खतरे
Indoor Generation के लोग अधिकतर फिजिकल एक्टिविटी से दूर हो जाते हैं. उनके जीवन में:
- विटामिन D की कमी
- मोटापा
- कमजोर मेटाबॉलिज्म
- अनिद्रा या खराब नींद की गुणवत्ता
- जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं. इस कारण यह जीवनशैली लंबे समय में कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है.
सेहत को सुरक्षित रखने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
- AC का तापमान संतुलित रखें:
AC का टेम्परेचर 24 से 26 डिग्री सेल्सियस पर रखें ताकि अत्यधिक ठंड से शरीर को नुकसान न हो.
- Fan का इस्तेमाल स्लो मोड में करें:
AC के साथ पंखा धीमी स्पीड पर चलाएं जिससे हवा सर्कुलेट हो और कमरा जल्दी ठंडा हो.
- ह्यूमिडिटी बनाए रखें:
कमरे में ह्यूमिडिफायर या पानी से भरा कटोरा रखें ताकि हवा में नमी बनी रहे.
- ताजी हवा का रास्ता खुला रखें:
दिन में कुछ समय खिड़कियां खोलें ताकि ताजी हवा अंदर आ सके और वातावरण ताजा बना रहे.
- रेगुलर सर्विसिंग जरूरी:
AC की समय-समय पर सर्विसिंग कराते रहें ताकि फिल्टर में जमी धूल और बैक्टीरिया आपके स्वास्थ्य को प्रभावित न करें.