Electricity Supply Scheme: हरियाणा के सोनीपत जिले के दीपालपुर गांव और उसके आसपास के क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की स्थिति जल्द ही बेहतर होने जा रही है. बिजली निगम द्वारा 132 केवी क्षमता का नया सबस्टेशन बनाने की योजना को अंतिम रूप दे दिया गया है. इस नई परियोजना से 5000 से अधिक उपभोक्ताओं को फायदा मिलने की उम्मीद है.
लंबे समय से थी बिजली कटौती की समस्या
अब तक इस क्षेत्र के ग्रामीणों को बार-बार बिजली कटौती और लो-वोल्टेज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था. खेती, घरेलू कामकाज और छोटे व्यापारों में अक्सर बिजली बाधा के कारण काफी परेशानियां आती थीं. लेकिन नए सबस्टेशन के शुरू होते ही स्थायी राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.
सबस्टेशन के लिए चिन्हित की गई जगह
बिजली निगम के अधिकारियों ने दीपालपुर गांव में उपयुक्त जमीन की पहचान कर ली है. पहले भी अधिकारियों ने ग्रामीणों से सहयोग मांगा था, लेकिन स्थान निर्धारण में सहमति नहीं बन पाई थी. हाल ही में फिर से एक बैठक के जरिए ग्रामीणों से सहयोग लेकर भूमि चिन्हित की गई है, जहां अब जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा.
सबस्टेशन से जुड़े गांवों को मिलेगा सीधा लाभ
इस 132 केवी सबस्टेशन के चालू होने के बाद दीपालपुर सहित कई अन्य ग्रामीण क्षेत्र जैसे असांव, बरोणा, मीताथल और बख्तावरपुर को भी सीधी और स्थायी बिजली आपूर्ति मिलेगी. इस क्षेत्र में खेती-बाड़ी मुख्य व्यवसाय है और कृषि उपकरणों की निर्बाध ऊर्जा आपूर्ति बेहद जरूरी है. इसके अलावा घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं को भी इस परियोजना से राहत मिलेगी.
ग्रामीण क्षेत्रों में फाल्ट और लो-वोल्टेज की समस्या होगी दूर
अब तक ग्रामीण इलाकों में बिजली की गंभीर समस्या रही है. ट्रांसफॉर्मर पर लोड अधिक होने की वजह से बार-बार फाल्ट आते हैं, जिससे घंटों तक बिजली आपूर्ति बाधित रहती थी. इस नए सबस्टेशन के चालू होने से ट्रांसफॉर्मर पर लोड कम होगा और लो-वोल्टेज की समस्या भी काफी हद तक दूर हो सकेगी.
जिले में बनेंगे 14 और नए सबस्टेशन
दीपालपुर के अलावा पूरे सोनीपत जिले में बिजली आपूर्ति को मजबूत करने के लिए बिजली निगम ने 14 नए सबस्टेशनों के निर्माण की योजना बनाई है. वर्तमान में इन सभी के लिए स्थान चिन्हित करने की प्रक्रिया जारी है. जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होगी, वहां तेजी से निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा.
बिजली निगम की योजना
बिजली निगम का उद्देश्य सिर्फ वर्तमान की मांग को पूरा करना नहीं है, बल्कि यह योजना भविष्य में बढ़ती आबादी और उपभोक्ताओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है. इस योजना से यह सुनिश्चित होगा कि आगामी वर्षों में बिजली आपूर्ति में कोई रुकावट न आए और प्रत्येक उपभोक्ता को निर्बाध सेवा मिलती रहे.
बिजली व्यवस्था को लेकर प्रशासन गंभीर
स्थानीय प्रशासन और बिजली निगम ने यह भी साफ कर दिया है कि बिजली के मामले में अब समझौता नहीं किया जाएगा. नई योजनाओं को तेजी से क्रियान्वित करने के निर्देश दिए गए हैं और निर्माण की गुणवत्ता व समयबद्धता को प्राथमिकता दी जा रही है.
ग्रामीणों ने जताई संतुष्टि
इस पहल से ग्रामीणों में सकारात्मक माहौल बना है. कई ग्रामवासियों ने प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए सहयोग देने का आश्वासन दिया है. अब ग्रामीणों को उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें 24 घंटे बिजली मिलने लगेगी और रोजमर्रा की समस्याओं से मुक्ति मिलेगी.