Haryana Ka Mausam: हरियाणा में सोमवार से प्री-मानसून की बारिश ने दस्तक दे दी है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूरे राज्य के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है. बारिश के साथ गर्मी से कुछ राहत जरूर मिली, लेकिन उमस ने फिर से लोगों को परेशान कर दिया.
तापमान में गिरावट, लेकिन उमस बनी समस्या
बारिश के कारण हरियाणा का अधिकतम तापमान सामान्य से 2.7 डिग्री सेल्सियस नीचे आ गया है. 28 जून तक पूरे राज्य में मानसून के पहुंचने की संभावना है, जिससे तापमान में और गिरावट हो सकती है. हालांकि, बारिश के बाद उमस ने मौसम को असहज बना दिया.
सिरसा सबसे गर्म, जानिए अन्य जिलों का हाल
सोमवार को सिरसा सबसे गर्म जिला रहा, जहां तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अन्य प्रमुख जिलों का हाल इस प्रकार रहा:
- हिसार: 38.3°C
- जींद: 36.9°C
- अंबाला, चरखी दादरी: 36.8°C
- फरीदाबाद: 36.3°C
- भिवानी: 36.1°C
- सोनीपत: 36.0°C
- रोहतक: 35.9°C
- मेवात: 35.8°C
- करनाल: 35.6°C
- पंचकूला: 34.0°C
10 जिलों में बारिश, मंत्री-सांसद की कोठियों में घुसा पानी
सोमवार को पानीपत, हिसार, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, नारनौल, भिवानी, नूंह, गुरुग्राम, झज्जर और रेवाड़ी में बारिश दर्ज की गई. इस दौरान भिवानी में राज्य मंत्री श्रुति चौधरी और भाजपा राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की कोठियों में बारिश का पानी घुस गया, जिससे भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है.
सड़कों पर कई फीट तक जमा हुआ पानी
रेवाड़ी और नारनौल जैसे शहरों में बारिश के बाद जलभराव की स्थिति पैदा हो गई. सड़कों पर कई फीट तक पानी जमा हो गया, जिससे ट्रैफिक जाम, वाहनों की रफ्तार में रुकावट और लोगों की आवाजाही में दिक्कतें आईं.
प्रशासन के इंतजामों पर उठे सवाल
बारिश के बाद निचले इलाकों में पानी भरने की घटनाओं से स्थानीय प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े हो गए हैं. कई जगहों पर नालों की सफाई ना होने के कारण पानी का निकास नहीं हो सका. इससे स्पष्ट है कि मानसून से पहले शहरों की जल निकासी व्यवस्था मजबूत नहीं की गई.
मानसून की पूरी तरह दस्तक 28 जून तक
मौसम विभाग का कहना है कि 28 जून तक मानसून पूरे हरियाणा को कवर कर लेगा. इसके बाद राज्य में लगातार बारिश की संभावना है, जिससे तापमान में और गिरावट हो सकती है. हालांकि, भारी बारिश की स्थिति में बाढ़ जैसी चुनौतियां भी सामने आ सकती हैं.
आम जनता के लिए अलर्ट
- घरों के आसपास नालियों को साफ रखें
- बारिश के समय बिजली के खंभों और खुले तारों से दूर रहें
- अनावश्यक रूप से निचले इलाकों में ना जाएं
- प्रशासन के निर्देशों का पालन करें