KMP highway plantation: हरियाणा सरकार ने कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर बड़े स्तर पर हरियाली बढ़ाने की योजना बनाई है. इसके तहत 12 से 13 फीट ऊंचे स्ट्रक्चर पर तीन लाइनों में विभिन्न किस्मों के पौधे लगाए जाएंगे. इससे न केवल वातावरण को स्वच्छ बनाने में मदद मिलेगी बल्कि एक्सप्रेसवे की सुंदरता और पर्यावरणीय संतुलन में भी सुधार होगा.
वन विभाग करेगा पौधों की आपूर्ति, HSIDC को सौंपा गया रखरखाव का जिम्मा
इस पूरे अभियान के लिए पौधे वन विभाग उपलब्ध करवाएगा, जबकि हरियाणा औद्योगिक विकास निगम (HSIIDC) को इन पौधों की देखभाल, सुरक्षा और रखरखाव की जिम्मेदारी दी गई है. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि लगाए गए पौधों की ग्रोथ लगातार बनी रहे और वे सूखने या नष्ट होने से बचें.
वन महोत्सव पर राज्यभर में चलेगा पौधारोपण अभियान
15 जुलाई को पूरे राज्य में ‘वन महोत्सव’ मनाया जाएगा, जिसके तहत सार्वजनिक स्थलों, तालाबों, नदियों के किनारे और पंचायत भूमि पर एक साथ लाखों पौधे लगाए जाएंगे. इस अभियान में सामाजिक संगठनों और औद्योगिक घरानों की भी भागीदारी सुनिश्चित की गई है, जिससे यह अभियान सामूहिक रूप से सफल हो सके.
पर्यावरण मंत्री की अध्यक्षता में हुई समन्वय बैठक
इस पौधारोपण योजना को अंतिम रूप देने के लिए पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने गुरुवार को एक समन्वय बैठक की. इस बैठक में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन विनीत गर्ग और HSIIDC के एमडी यश गर्ग भी मौजूद रहे.
औद्योगिक क्षेत्रों में चौराहों पर कंपनियों की निगरानी में होगा पौधारोपण
राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि शहरों के प्रमुख चौराहों और औद्योगिक क्षेत्रों में पौधारोपण का जिम्मा संबंधित उद्योगों को सौंपा जाएगा. इन स्थानों पर संबंधित कंपनी का नाम पट्टिका के रूप में लगाया जाएगा ताकि सार्वजनिक सहभागिता और ब्रांड उत्तरदायित्व दोनों सुनिश्चित हो सके.
पौधों की प्रजातियां सड़कों के नाम के अनुसार तय होंगी
औद्योगिक इलाकों की सड़कों के नामों के आधार पर ही पौधों की प्रजातियों का चयन किया जाएगा. इससे क्षेत्रीय पहचान और पर्यावरणीय विविधता दोनों को महत्व दिया जा सकेगा.
- KMP एक्सप्रेसवे पर दो चरणों में होगा पौधारोपण
- इस योजना को दो चरणों में लागू किया जाएगा.
- पहले चरण में कुंडली से मानेसर तक पौधारोपण किया जाएगा.
- दूसरे चरण में मानेसर से पलवल तक के हिस्से को कवर किया जाएगा.
- प्रत्येक चरण में तीन लेयर में पौधे लगाए जाएंगे, जिससे हरियाली की घनता बनी रहे और प्रदूषण नियंत्रण में भी मदद मिले.
जरूरत पड़ने पर ली जाएगी लैंडस्केप एजेंसी की मदद
यदि आवश्यक हुआ, तो सरकार किसी अनुभवी लैंडस्केप एजेंसी की सेवाएं भी ले सकती है ताकि पौधारोपण का कार्य विशेषज्ञों की निगरानी में किया जाए और पर्यावरणीय मानकों का पूर्ण पालन हो.
अन्य परियोजनाओं में भी मिलेगा हरियाणा वन विकास निगम को जिम्मा
हरियाणा वन विकास निगम (HFDC) को न केवल KMP एक्सप्रेसवे, बल्कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) जैसी परियोजनाओं में भी पौधारोपण की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इससे पता चलता है कि राज्य सरकार हर परियोजना में हरित संतुलन बनाए रखने को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है.