लोन लेने वाले व्यक्ति की मौत हो जाए तो क्या होगा, जाने बाकी पैसों की क़ैसे वसूली करेगा बैंक Personal Loan Rule

Personal Loan Rule: आज के समय में लोन लेना एक आम जरूरत बन चुका है. घर चलाने से लेकर बच्चों की पढ़ाई, शादी या मेडिकल इमरजेंसी तक, लोग बैंक या एनबीएफसी से कर्ज लेते हैं. लेकिन एक सवाल जो अक्सर नजरअंदाज हो जाता है, वो ये है – अगर लोन लेने वाले की अचानक मृत्यु हो जाए तो कर्ज का क्या होगा? क्या यह बोझ उसके परिवार के ऊपर आएगा?

इस सवाल का जवाब लोन के प्रकार और उससे जुड़ी शर्तों पर निर्भर करता है. आइए जानते हैं किस लोन में क्या होता है.

क्रेडिट कार्ड लोन

क्रेडिट कार्ड एक अनसिक्योर्ड लोन होता है यानी इसके लिए कोई संपत्ति गिरवी नहीं रखी जाती. यदि कार्डधारक की मृत्यु हो जाती है और कुछ भुगतान बकाया है, तो बैंक कानूनी रूप से परिवार या वारिस से वसूली नहीं कर सकता.

यह भी पढ़े:
इन iPhone और iPad में नही चलेगा यूट्यूब, YouTube का बड़ा फैसला iphone Youtube Ban

हालांकि, बैंक कभी-कभी वारिसों से बातचीत करके सेटलमेंट की कोशिश कर सकता है, लेकिन इसे मजबूरी में चुकाने की कानूनी बाध्यता नहीं होती.

पर्सनल लोन

पर्सनल लोन भी अनसिक्योर्ड कैटेगरी में आता है. अगर कर्जदार की मृत्यु हो जाए, तो बैंक आमतौर पर परिवार से कर्ज नहीं मांग सकता. लेकिन अगर लोन के समय गारंटर का नाम दिया गया हो, तो बैंक गारंटर से राशि वसूल सकता है.

इस स्थिति में परिवार पर सीधे आर्थिक दबाव नहीं आता, लेकिन गारंटर को स्थिति का सामना करना पड़ सकता है.

यह भी पढ़े:
राजस्थान में शुरू होगी देश की पहली काउ सफारी, बैलगाड़ी से कर सकेंगे गो परिक्रमा और गायों के दर्शन Cow Safari

होम लोन

होम लोन एक सिक्योर्ड लोन होता है जिसमें कोई संपत्ति, जैसे कि घर या जमीन, बैंक के पास गिरवी रहती है. अगर लोन लेने वाले की मौत हो जाती है और लोन कोई को-एप्लिकेंट (सह-आवेदक) के साथ लिया गया है, तो को-एप्लिकेंट को लोन चुकाना होता है.

अगर कोई सह-आवेदक नहीं है या भुगतान नहीं किया गया, तो बैंक SARFAESI Act के तहत संपत्ति की नीलामी कर सकता है और बकाया राशि वसूल सकता है.

लोन इंश्योरेंस

आजकल बैंक होम लोन के साथ लोन इंश्योरेंस भी ऑफर करते हैं. यह बीमा इस स्थिति में बैंक को बकाया राशि चुकाता है, जब लोनधारक की मृत्यु हो जाती है. इससे:

यह भी पढ़े:
200 और 500 का नोट लेने से पहले सावधान, RBI ने जारी की नई गाइडलाइन RBI Fake Note
  • परिवार को आर्थिक राहत मिलती है
  • बैंक का पैसा सुरक्षित रहता है
  • घर या संपत्ति नीलामी से बच जाती है

अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं तो Loan Protection Insurance को जरूर जांचें. यह स्मार्ट फाइनेंशियल प्लानिंग का हिस्सा माना जाता है.

हर लोन की शर्तें होती हैं अलग

हर लोन की शर्तें अलग होती हैं, इसलिए जरूरी है कि आप लोन लेने से पहले उसके नियम, शर्तें और बीमा कवरेज को अच्छे से समझें. कई बार लोन में फोर्स मेजर क्लॉज या डेथ से जुड़ी विशेष शर्तें जुड़ी होती हैं जिन्हें पढ़ना जरूरी है.

समझदारी से करें वित्तीय निर्णय

लोन लेना गलत नहीं, लेकिन इसके जोखिमों को समझना जरूरी है. किसी भी आपात स्थिति में अगर पहले से प्लानिंग हो, तो परिवार को वित्तीय झटका नहीं लगेगा. इसलिए:

यह भी पढ़े:
सीईटी पास युवाओं को प्रतिमाह मिलेंगे 9000, हरियाणा सरकार का बड़ा ऐलान CET Haryana Scheme
  • लोन लेते समय उसकी बीमा योजना की जांच करें
  • यदि संभव हो तो टर्म इंश्योरेंस या क्रेडिट लाइफ इंश्योरेंस भी लें
  • अपने परिवार को लोन की जानकारी और दस्तावेज दें

Leave a Comment