Gold Silver Price: मिडिल ईस्ट में तनाव कम होने और वैश्विक इक्विटी मार्केट में सुधार के संकेतों के बीच सोने और चांदी की कीमतों में भारी दबाव देखने को मिल रहा है. शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में लगातार दूसरे सप्ताह सोने में गिरावट देखने को मिली. साथ ही, घरेलू बाजार में भी सोने और चांदी दोनों के दाम फिसले हैं.
मुंबई में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट
मुंबई में 22 कैरेट सोना 90,690 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोना 98,940 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर रहा. वहीं चांदी 1,07,900 रुपये प्रति किलो पर कारोबार करती दिखी.
MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर सोने के भाव में 1.04% की गिरावट दर्ज की गई और यह 96,082 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. चांदी भी 0.46% गिरकर 1,06,268 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रही है.
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गिरावट के पीछे क्या हैं प्रमुख कारण?
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों में गिरावट के पीछे कई अहम वजहें हैं.
- पहला, डॉलर में मामूली तेजी.
- दूसरा, इजरायल और ईरान के बीच युद्धविराम की घोषणा.
- तीसरा, फेडरल रिजर्व की भविष्य की ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता.
- बाजार की निगाहें अब अमेरिकी PCE मुद्रास्फीति आंकड़ों पर टिकी हुई हैं, जो फेड के रुख को प्रभावित कर सकते हैं.
ऑपरेशन राइजिंग लॉयन के बाद शांत हुआ मिडिल ईस्ट
13 जून को इजरायल ने ईरान में बड़े पैमाने पर ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ चलाया था, जिसमें ईरान की परमाणु और सैन्य सुविधाओं को निशाना बनाया गया. यह हमला तेहरान में इजरायली दूतावास पर हुए हमले के जवाब में किया गया था.
हालांकि अब स्थिति में शांति लौटने लगी है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि इस अभियान का उद्देश्य ईरानी खतरे को तात्कालिक रूप से कम करना था.
निवेशकों की ‘सेफ हेवन’ मांग में कमी
Kotak Securities की AVP कायनात चैनवाला ने बताया कि जैसे ही जियोपॉलिटिकल टेंशन कम हुआ, लोगों ने ‘सेफ हेवन’ डिमांड से दूरी बनाना शुरू कर दिया. इसके कारण सोने की कीमतों पर दबाव देखने को मिल रहा है.
उनके अनुसार, फेडरल रिजर्व की कमेंट्री भी बेहद सख्त (हॉकिश) रही है, जिससे अब भी दो बार ब्याज दर में कटौती की संभावना बनी हुई है.
आगे क्या? सोने के निवेशकों के लिए जरूरी चेतावनी
कायनात चैनवाला के अनुसार, यदि अमेरिका में PCE आंकड़े उम्मीद से कमजोर आते हैं, तो सोने की कीमतों में थोड़ी रिकवरी देखी जा सकती है.
हालांकि वैश्विक ट्रेड डील्स और यूएस-चीन के बीच व्यापारिक रिश्तों में सुधार से बाजार सेंटिमेंट पर असर पड़ा है. आने वाले समय में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है.
कितना और गिर सकता है सोना? जानें एक्सपर्ट की राय
विश्लेषकों के अनुसार, यदि सोना 97,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊपर बंद होता है, तो यह एक नए रिकॉर्ड हाई की तरफ बढ़ सकता है.
लेकिन फंडामेंटल कारणों को देखते हुए अभी ऐसा होना संभव नहीं लग रहा. मौजूदा ट्रेंड में सोने की कीमतें 95,000 से 93,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच आ सकती हैं.