School Holiday उत्तर प्रदेश में तेज गर्मी और बढ़ते तापमान को देखते हुए सरकार ने कक्षा आठ तक के सभी विद्यालयों के लिए ग्रीष्मावकाश की अवधि बढ़ा दी है. यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, लेकिन यह राहत सिर्फ छात्र-छात्राओं तक सीमित रखी गई है.
शिक्षक समय से विद्यालय पहुंचेंगे
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) के अनुसार, 16 जून से शिक्षक समय पर विद्यालय पहुंचेंगे और अन्य विद्यालयी कार्यों को पूरा करेंगे. हालांकि इस फैसले को लेकर शिक्षकों में नाराजगी है और उन्होंने इस मुद्दे को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की मांग की है.
गर्मी में स्कूल जाना शिक्षकों पर भारी
शिक्षकों ने सवाल उठाया है कि जब सरकार खुद गर्मी से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी कर रही है, तो ऐसे में बिना पढ़ाई के स्कूल जाकर केवल बैठना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है.
तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है
बिना कक्षाएं संचालित हुए शिक्षकों को स्कूल बुलाना तर्कसंगत नहीं लग रहा है
पहले से जारी है ग्रीष्मावकाश
- 21 मई से ग्रीष्मावकाश लागू था, लेकिन इसके बावजूद विद्यालय पूरी तरह बंद नहीं हो सके.
- शासन ने आदेश जारी किया था कि परिषदीय स्कूलों में समर कैंप आयोजित किए जाएं
- इन कैंपों का उद्देश्य बच्चों की रचनात्मकता को बढ़ावा देना था
समर कैंप की स्थिति
- 12 जून तक समर कैंप संचालित किए गए, जिनमें:
- प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को शामिल नहीं किया गया
- जूनियर विद्यालयों में निर्देशों के अनुसार कैंप आयोजित हुए
- शिक्षकों की उपस्थिति ऐच्छिक थी, लेकिन शिक्षामित्र, अनुदेशक आदि को उपस्थित रहना अनिवार्य किया गया
अब क्या होगा नया शेड्यूल?
- अब विद्यालय 16 जून से समय पर खुलेंगे, लेकिन
- बच्चों को स्कूल आने की जरूरत नहीं होगी
- छात्रों के लिए स्कूल 1 जुलाई से ही खुलेगा
- इस बीच, शिक्षक अपने शैक्षणिक कार्य, दस्तावेज, पंजीयन, योजना आदि कार्य पूरे करेंगे