Haryana Rain Alert: हरियाणा में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है. बीते कुछ दिनों में राज्य के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट आई और लोगों को गर्मी से राहत मिली. अब मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों के लिए कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसमें ऑरेंज और येलो अलर्ट शामिल हैं.
अंबाला और यमुनानगर में तेज बारिश के साथ तूफानी हवाएं
रविवार सुबह से अंबाला और यमुनानगर में तेज हवाओं के साथ बारिश जारी है. मौसम विभाग ने कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, जींद, पानीपत और सोनीपत में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है, जिसका अर्थ है कि इन क्षेत्रों में भारी बारिश (75-100%) की संभावना है.
इन जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान
पलवल, नूंह, महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी जैसे जिलों में हल्की बारिश (25-50%) की संभावना जताई गई है. वहीं गुरुग्राम, फरीदाबाद, झज्जर, रोहतक, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद और पंचकूला में मध्यम बारिश (50-75%) हो सकती है.
शनिवार को बारिश से सुहाना हुआ मौसम
शनिवार को हुई बारिश ने हरियाणा के मौसम को सुहावना बना दिया. तापमान में औसतन 1.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई. अब राज्य का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 3.1 डिग्री कम हो चुका है. हालांकि, सिरसा में अब भी गर्मी का असर सबसे ज्यादा देखा गया.
- 1 जुलाई का पूर्वानुमान: फिर से बरसेगा बादल
- मंगलवार 1 जुलाई को भी बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है.
- हल्की बारिश (25-50%): सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, महेंद्रगढ़
- मध्यम बारिश (50-75%): पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, रोहतक, चरखी दादरी, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात
- भारी बारिश (75-100%): यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, झज्जर
2 जुलाई को कहां कितनी बारिश?
- बुधवार को मौसम कुछ और बिगड़ सकता है.
- हल्की बारिश (25-50%): सिरसा, फतेहाबाद
- मध्यम बारिश (50-75%): पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, जींद, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, हिसार
- भारी बारिश (75-100%): भिवानी, चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात
- इस भारी बारिश से तापमान में और गिरावट आएगी और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी.
बारिश से राहत, पर सतर्क रहने की ज़रूरत
मौसम विभाग ने सलाह दी है कि भारी बारिश वाले जिलों में नागरिक सतर्क रहें.
- जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन सकती है
- निचले इलाकों में जल स्तर बढ़ सकता है
- किसान भाई अपने खेतों में जल प्रबंधन की योजना बना लें
- यात्रा से पहले मौसम अपडेट जरूर देखें