Haryana Mausam Update: हरियाणा में आज 1 जुलाई से गर्मी की छुट्टियों के बाद सभी स्कूलों को फिर से खोला गया है. लेकिन बच्चों की वापसी के साथ मौसम ने भी करवट ले ली है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि राज्य में अगले 3 दिन तक बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं. ऐसे में स्कूल प्रशासन और अभिभावकों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है.
तापमान में गिरावट
बारिश की शुरुआत के साथ ही हरियाणा का अधिकतम तापमान सामान्य से 4.3 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया है. सोमवार को भी सिरसा सबसे गर्म जिला रहा, जहां सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया गया. हालांकि, अब अधिकांश जिलों में ठंडी हवाओं और बादलों ने राहत पहुंचाई है.
सभी जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने हरियाणा के सभी जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है. यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत और झज्जर जैसे जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है. विभाग के अनुसार, भारी वर्षा की संभावना के चलते स्कूलों को स्थानीय स्थिति के अनुसार कार्रवाई की सलाह दी गई है.
5 जुलाई तक बदलता रहेगा मौसम
हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि मानसून टर्फ की उत्तरी सीमा फिलहाल श्रीगंगानगर, दिल्ली, फतेहगढ़, सीधी और जमशेदपुर होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है. इस स्थिति से बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों से नमी युक्त हवाएं हरियाणा की ओर आ रही हैं. नतीजतन, 5 जुलाई तक मौसम में निरंतर बदलाव की संभावना है.
अगले तीन दिन भारी बारिश का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने जिलावार बारिश की संभावना स्पष्ट की है, जिसमें कुछ स्थानों पर 75-100% तक बारिश के संकेत हैं.
2 जुलाई का पूर्वानुमान:
- भारी बारिश (75-100%): भिवानी, चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात
- मध्यम बारिश (50-75%): पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, जींद, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, हिसार
- हल्की बारिश (25-50%): सिरसा, फतेहाबाद
3 जुलाई का पूर्वानुमान:
- भारी बारिश (75-100%): झज्जर, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात
- मध्यम बारिश (50-75%): पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, जींद, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़
- हल्की बारिश (25-50%): सिरसा, फतेहाबाद, हिसार
4 जुलाई का पूर्वानुमान:
- मध्यम बारिश (50-75%): सिरसा, फतेहाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, पानीपत, सोनीपत
- हल्की बारिश (25-50%): जींद, हिसार, भिवानी, रोहतक, झज्जर, चरखी दादरी, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़
स्कूलों में सुरक्षा इंतजाम की जरूरत
बारिश के साथ स्कूल खुलने पर छात्रों की सुरक्षा को लेकर कई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं. जलभराव, फिसलन, परिवहन में देरी जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं. प्रशासन को चाहिए कि स्कूलों में जल निकासी, छत की जांच, और सुरक्षित परिवहन की व्यवस्था पर ध्यान दें. अभिभावकों को भी सलाह दी गई है कि बच्चों को छाता, रेनकोट और अतिरिक्त कपड़े साथ दें.
किसानों के लिए राहत, लेकिन निगरानी जरूरी
जहां छात्रों और अभिभावकों के लिए बारिश परेशानी बन सकती है, वहीं किसानों के लिए यह बारिश काफी फायदेमंद मानी जा रही है. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, यदि बारिश संतुलित मात्रा में होती रही, तो धान और खरीफ फसलों की बुआई में तेजी आएगी. लेकिन अत्यधिक वर्षा से पानी भराव और फसल सड़ने का खतरा भी बना रहता है.