Railway Ticket Hike: 1 जुलाई 2025 से भारतीय रेलवे ने यात्रियों के लिए नई किराया दरें लागू कर दी हैं. मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के यात्रियों को अब सफर के लिए अधिक पैसा देना पड़ेगा. नॉन-एसी कोच में प्रति किलोमीटर 1 पैसा और एसी कोच में 2 पैसे प्रति किलोमीटर का इज़ाफा किया गया है.
मंत्रालय ने जारी किया आधिकारिक सर्कुलर
रेल मंत्रालय ने सोमवार को आधिकारिक अधिसूचना जारी करते हुए किराया बढ़ोतरी की जानकारी दी. 24 जून को इस प्रस्ताव की चर्चा हो चुकी थी, लेकिन अब इसे वास्तविक रूप से लागू कर दिया गया है.
कौन-कौन सी ट्रेनों पर लागू होगा नया किराया?
नए किराए का असर केवल सामान्य ट्रेनों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह स्पेशल और प्रीमियम ट्रेन सेवाओं पर भी लागू होगा. इनमें शामिल हैं:
- राजधानी
- शताब्दी
- दुरंतो
- वंदे भारत
- तेजस
- हमसफर
- अमृत भारत
- महामना
- गतिमान
- अंत्योदय
- जन शताब्दी
- युवा एक्सप्रेस
- एसी विस्टाडोम कोच
- अनुभूति कोच
इन सभी ट्रेनों में अब 1 जुलाई से बुक किए गए टिकटों पर नया किराया लागू होगा. इससे पहले बुक किए गए टिकट पुराने दर पर मान्य रहेंगे.
किस वर्ग के यात्रियों को राहत?
- उपनगरीय ट्रेनों और मासिक सीजन टिकट (MST) की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
- साधारण द्वितीय श्रेणी (General Class) के यात्रियों को 500 किलोमीटर तक की यात्रा पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा.
- 500 किलोमीटर से अधिक दूरी पर आधा पैसा प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गई है.
- स्लीपर क्लास और फर्स्ट क्लास के यात्रियों पर भी यही दर लागू होगी.
कितनी बढ़ोतरी किस दूरी पर होगी?
- 501 से 1500 किलोमीटर तक की यात्रा: ₹5 तक की बढ़ोतरी (Second Class)
- 1501 से 2500 किलोमीटर की यात्रा: ₹10 तक की बढ़ोतरी
- 2501 से 3000 किलोमीटर की यात्रा: ₹15 तक की बढ़ोतरी
- यह वृद्धि देखने में मामूली लग सकती है, लेकिन लंबी दूरी के नियमित यात्रियों के लिए इसका असर आर्थिक रूप से महसूस किया जाएगा.
क्या बदलेगा और क्या रहेगा पहले जैसा?
रेल मंत्रालय के अनुसार, सहायक शुल्कों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
- आरक्षण शुल्क (Reservation Charges)
- सुपरफास्ट अधिभार (Superfast Charges)
- अन्य अतिरिक्त शुल्क – सब अपरिवर्तित रहेंगे.
वहीं, रेलवे का पीआरएस, यूटीएस और मैनुअल टिकटिंग सिस्टम अपडेट किया जा रहा है ताकि यात्रियों को किराया वृद्धि की जानकारी बुकिंग के समय मिल सके.
किराया बढ़ाने के पीछे रेलवे की मंशा
रेल मंत्रालय का मानना है कि इस मामूली बढ़ोतरी से रेलवे को सालाना 900 करोड़ रुपये से अधिक का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हो सकता है. यह कदम रेल नेटवर्क के आधुनिकीकरण और सेवाओं में सुधार के लिए उठाया गया है.
यात्रियों को क्या करना चाहिए?
- टिकट बुक करते समय नई दरों का ध्यान रखें
- लंबी दूरी की यात्रा की पहले से योजना बनाएं
- जुलाई के बाद किराया बढ़ोतरी का असर कुछ और विशेष ट्रेनों पर भी देखा जा सकता है, इसलिए समय पर बुकिंग करें