Sone Ka Bhav: जुलाई की शुरुआत में सोना और चांदी की कीमतों में हलचल देखने को मिली। महीने के पहले दिन जहां तेजी आई थी, वहीं फिर थोड़ी गिरावट देखने को मिली। लेकिन 3 जुलाई 2025 को भारतीय सर्राफा बाजार में सोना और चांदी दोनों की कीमतों में फिर से बढ़त दर्ज की गई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार आज दोनों धातुएं फिर महंगी हुई हैं।
24 कैरेट सोना पहुंचा ₹97,786 प्रति 10 ग्राम
बुधवार शाम के मुकाबले गुरुवार सुबह सोने के दाम में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। 24 कैरेट शुद्धता वाला 10 ग्राम सोना आज ₹306 महंगा होकर ₹97,786 पर पहुंच गया है, जो बुधवार शाम को ₹97,480 था।
शुद्धता के हिसाब से सोने के भाव में कितना बदलाव?
शुद्धता | बुधवार शाम का रेट (₹) | गुरुवार सुबह का रेट (₹) | बदलाव (₹) |
---|---|---|---|
999 (24K) | 97,480 | 97,786 | +306 |
995 | 97,090 | 97,394 | +304 |
916 (22K) | 89,292 | 89,572 | +280 |
750 (18K) | 73,110 | 73,340 | +230 |
585 (14K) | 57,026 | 57,205 | +179 |
साफ है कि हर कैरेट के सोने में आज तेजी देखी गई है, जिससे निवेशकों और खरीदारों दोनों के लिए आज का दिन अहम बन गया है।
चांदी में भी उछाल, 1 किलो रेट में ₹1060 की तेजी
चांदी के भाव में भी आज जबरदस्त तेजी देखी गई। बुधवार को जहां 1 किलो चांदी का दाम ₹1,06,688 था, वहीं आज यह बढ़कर ₹1,07,748 हो गया है, यानी ₹1,060 की बढ़ोतरी हुई है। चांदी की यह तेजी खासतौर पर फेस्टिव और वेडिंग सीजन के खरीददारों को प्रभावित कर सकती है।
IBJA के रेट में जीएसटी और मेकिंग चार्ज शामिल नहीं
यह ध्यान रखना जरूरी है कि IBJA द्वारा जारी किए गए रेट्स में GST शामिल नहीं होता। इसके अलावा, ज्वैलरी खरीदने पर ज्वैलर्स द्वारा अलग से मेकिंग चार्ज वसूला जाता है, जिससे बाजार में वास्तविक कीमतें थोड़ी अलग हो सकती हैं।
रेट्स कहां और कब होते हैं जारी?
इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) की आधिकारिक वेबसाइट ibjarates.com पर हर सोमवार से शुक्रवार सुबह और शाम दोनों समय सोने और चांदी के भाव अपडेट किए जाते हैं। ये रेट देशभर के बड़े सर्राफा बाजारों से एकत्र किए गए आंकड़ों के आधार पर तय होते हैं।
क्यों बढ़ रहे हैं सोना-चांदी के दाम?
वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, महंगाई, डॉलर में उतार-चढ़ाव और केंद्रीय बैंकों की नीतियां सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक हैं। इसके अलावा, भारत में मांग और त्योहारी मौसम भी रेट में उतार-चढ़ाव का कारण बनते हैं।
किसके लिए जरूरी है यह जानकारी?
- निवेशकों के लिए: सोने-चांदी में निवेश करने वालों को हर रोज़ के रेट पर नजर रखनी चाहिए।
- शादी या त्योहार में खरीदारी करने वालों के लिए: सही समय पर खरीदारी करके पैसे की बचत की जा सकती है।
- ज्वैलर्स और ट्रेडर्स के लिए: यह जानकारी बाजार की दिशा तय करने में सहायक होती है।