School Holiday: मध्य प्रदेश में लगातार हो रही तेज बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं, जिसके चलते प्रशासन को एहतियातन स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का निर्णय लेना पड़ा है. रविवार शाम को जबलपुर में भारी बारिश के चलते 7 और 8 जुलाई को स्कूलों की छुट्टी घोषित की गई थी. इसके बाद अब दमोह, उमरिया, डिंडोरी और मंडला जिलों में भी सोमवार, 7 जुलाई को सभी सरकारी और निजी शैक्षणिक संस्थानों की छुट्टी घोषित कर दी गई है.
दमोह, उमरिया, डिंडोरी और मंडला में छुट्टी का आदेश जारी
सोमवार, 7 जुलाई को दमोह, उमरिया, डिंडोरी और मंडला जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूलों, कॉलेजों और आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित किया गया है. जिला कलेक्टरों द्वारा जारी आदेशों में यह स्पष्ट किया गया है कि छात्रों की सुरक्षा और भारी बारिश के खतरे को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
एमपी में हालात बिगड़े
मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गई हैं. नालों और नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. कई गांवों का संपर्क टूट गया है, और घरों में पानी घुसने की घटनाएं भी सामने आई हैं. ग्रामीण इलाकों में आवागमन पूरी तरह बाधित हो चुका है. लोग अपने घरों में कैद होकर रहने को मजबूर हो गए हैं.
जबलपुर में पहले ही दो दिन की छुट्टी घोषित
रविवार को जबलपुर जिला प्रशासन ने भारतीय मौसम विभाग द्वारा जारी भारी बारिश के रेड अलर्ट को ध्यान में रखते हुए 7 और 8 जुलाई को सभी स्कूलों में छुट्टी का एलान किया था. आदेश में कहा गया था कि विद्यार्थियों की सुरक्षा के मद्देनज़र यह फैसला लिया गया है और सभी शासकीय, अशासकीय, सीबीएसई, आईसीएसई और नवोदय विद्यालयों में दो दिन की छुट्टी लागू की जाएगी.
मौसम विभाग का अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में आगामी दिनों में भी भारी से अति भारी बारिश की संभावना जताई है. रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किए गए हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्थिति और गंभीर हो सकती है. लोगों को सलाह दी गई है कि वे ज़रूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें.
रविवार की छुट्टी में भी लोग रहे घरों में बंद
बारिश का असर इतना गंभीर था कि सप्ताहांत की छुट्टी होने के बावजूद लोग घरों में कैद होकर रह गए. बाजारों में सन्नाटा छाया रहा और जनजीवन लगभग ठप हो गया. कुछ स्थानों पर बिजली की आपूर्ति बाधित रही तो कई जगहों पर जलभराव के कारण वाहन फंस गए.
बाढ़ जैसे हालात में प्रशासन सतर्क
जिला प्रशासन ने राहत और बचाव दलों को सक्रिय कर दिया है. आपदा प्रबंधन टीमों को तैयार रहने को कहा गया है. नदियों और नालों के किनारे निवास कर रहे लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और स्कूलों को बंद करना एहतियाती कदम बताया जा रहा है.
लोगों से अपील
प्रशासन की ओर से लगातार मौसम की अपडेट लेने, अनावश्यक यात्रा से बचने और बिजली या संचार उपकरणों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है. यदि किसी क्षेत्र में जलभराव या अन्य आपदा की स्थिति उत्पन्न होती है, तो तुरंत हेल्पलाइन पर संपर्क करने के निर्देश दिए गए हैं.