Gold Silver Price: मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर 8 जुलाई की सुबह सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई. सोना 0.52% गिरकर ₹96,485 प्रति 10 ग्राम पर खुला, जबकि इसका पिछला बंद स्तर ₹96,990 था. इसी तरह चांदी की कीमत 0.38% गिरकर ₹1,08,124 प्रति किलोग्राम रही, जो पिछले सत्र में ₹1,08,429 थी.
सुबह के कारोबार में गिरावट का सिलसिला जारी
सुबह 9:10 बजे तक सोना ₹490 या 0.51% टूटकर ₹96,500 पर कारोबार कर रहा था. वहीं चांदी ₹143 गिरकर ₹1,08,286 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट घरेलू कारणों से नहीं, बल्कि वैश्विक संकेतों की वजह से आई है, जिससे भारत के बुलियन बाजार में भी असर देखा गया.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कैसा है हाल
अंतरराष्ट्रीय सर्राफा बाजार में भी कीमतों में कमजोरी देखी गई.
- हाजिर सोने की कीमत 0.6% गिरकर $3,314.21 प्रति औंस हो गई.
- अमेरिकी सोना वायदा 0.6% टूटकर $3,322 प्रति औंस पर कारोबार करता दिखा.
- हाजिर चांदी की कीमत 0.8% की गिरावट के साथ $36.81 प्रति औंस पर आ गई.
- यह गिरावट संकेत करती है कि अंतरराष्ट्रीय निवेशक भी फिलहाल सतर्क हैं.
कीमतों में गिरावट की मुख्य वजह क्या है?
विशेषज्ञों का मानना है कि इस गिरावट के पीछे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार नीति से जुड़े नए संकेत जिम्मेदार हैं. ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका जल्द ही कई देशों के साथ व्यापार समझौते को अंतिम रूप देगा और 9 जुलाई तक टैरिफ विस्तार को लेकर बड़ा फैसला आ सकता है.
इस वजह से निवेशकों में अनिश्चितता बढ़ गई है और सोने की ‘सेफ हेवन’ छवि को झटका लगा है.
फेड की नीतियों का भी पड़ा असर
अमेरिका में मजबूत रोजगार आंकड़े सामने आने के बाद अब फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम हो गई है. इससे डॉलर मजबूत हुआ है और निवेशकों ने सोने से दूरी बनानी शुरू कर दी है, जो कीमतों में गिरावट की एक और वजह बनी.
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
विशेषज्ञों का सुझाव है कि निवेशकों को अभी सतर्क रहना चाहिए.
- बाजार फिलहाल ट्रंप की घोषणाओं,
- फेड की आगामी नीतियों
- और टैरिफ से जुड़े संभावित फैसलों का इंतजार कर रहा है.
- अगर अमेरिका टैरिफ विस्तार लागू करता है तो सोने की कीमतों में फिर उछाल आ सकता है.
ग्राहकों के लिए थोड़ी राहत, लेकिन कब तक?
कीमतों में आई मौजूदा गिरावट ग्राहकों के लिए एक अस्थायी राहत हो सकती है. जो लोग शादी-ब्याह या निवेश के उद्देश्य से सोना खरीदना चाहते हैं, उनके लिए यह उपयुक्त समय हो सकता है. हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि लंबी अवधि में कीमतें फिर से ऊपर जा सकती हैं.