School Holiday: मध्यप्रदेश के जबलपुर में लगातार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है, वहीं सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई है। लगातार हो रही तेज बारिश ने प्रशासन की चिंता को भी बढ़ा दिया है।
मौसम विभाग का रेड अलर्ट, अगले 48 घंटे और भारी
मौसम विभाग ने जबलपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों के लिए अगले 48 घंटों के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार, अगले दो दिन भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है, जिससे बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
इस रेड अलर्ट को देखते हुए जिला प्रशासन ने सावधानी के कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे निचले इलाकों में रहने से बचें और बारिश के दौरान घरों में ही रहें।
कलेक्टर का बड़ा फैसला
मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जिले के सभी स्कूलों में दो दिन की छुट्टी घोषित कर दी है। यह निर्णय छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है:
“जबलपुर जिले में बीते 48 घंटे से लगातार अतिवृष्टि हो रही है और आने वाले 48 घंटे भी भारी बारिश की चेतावनी है। छात्र-छात्राओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 7 और 8 जुलाई 2025 को जिले के सभी शासकीय, अशासकीय, सीबीएसई, आईसीएसई और नवोदय विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए अवकाश घोषित किया जाता है।”
यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा और संबंधित स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिए गए हैं कि वे सभी छात्रों को इसकी जानकारी समय पर दें।
नर्मदा नदी खतरे के निशान के पार
लगातार हो रही बारिश का सबसे बड़ा असर नर्मदा नदी के जलस्तर पर देखने को मिल रहा है। जबलपुर, मंडला और डिंडौरी जिलों में बारिश की तीव्रता इतनी अधिक है कि नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी है।
नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने नर्मदा किनारे बसे इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। लोगों को नर्मदा के किनारे जाने से मना किया गया है और सुरक्षा बलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
बरगी डैम के 9 गेट खोले गए
नदी में लगातार बढ़ते पानी के दबाव को नियंत्रित करने के लिए जबलपुर स्थित बरगी बांध के 9 गेट रविवार को खोल दिए गए हैं। यह निर्णय बांध के जलस्तर को संतुलित करने और निचले इलाकों में संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए लिया गया है।
बरगी डैम प्रबंधन ने जानकारी दी है कि भारी बारिश और जलप्रवाह के चलते यह कदम उठाना पड़ा। डैम से निकले जल के कारण नर्मदा के निचले क्षेत्र और अधिक प्रभावित हो सकते हैं, ऐसे में लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की अपील की गई है।
प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
जबलपुर जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने सार्वजनिक सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एडवाइजरी जारी की है। इसमें लोगों से कहा गया है कि वे
अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें
- जलजमाव वाले क्षेत्रों से बचें
- नर्मदा नदी और अन्य जलस्रोतों के पास न जाएं
- प्रशासन द्वारा जारी सूचनाओं और निर्देशों का पालन करें
- प्रशासन के अनुसार, अगर स्थिति और बिगड़ती है तो और भी सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।
स्कूल प्रबंधन को विशेष निर्देश
शिक्षा विभाग की ओर से भी सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने स्कूलों में छात्रों को न बुलाएं और ऑनलाइन माध्यमों से जानकारी साझा करें। यदि कोई स्कूल आदेश की अवहेलना करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
निचले इलाकों के लोग रहें सतर्क
जबलपुर के ग्वारीघाट, भेड़ाघाट, तिलवारा और लम्हेटाघाट जैसे निचले क्षेत्रों में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को तत्काल ऊंचे स्थानों पर शिफ्ट होने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने NDRF और SDRF की टीमों को भी अलर्ट पर रखा है।
बिजली आपूर्ति और परिवहन पर भी असर
लगातार हो रही बारिश के चलते कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है और सड़क मार्ग पर जलभराव के कारण यातायात भी प्रभावित हो रहा है। कुछ गांवों का संपर्क मुख्य शहर से कट चुका है।
प्रशासन ने लोक निर्माण विभाग (PWD), नगर निगम और बिजली वितरण कंपनियों को इमरजेंसी मोड में काम करने के निर्देश दिए हैं ताकि जन-जीवन को सामान्य किया जा सके।