Rajasthan Weather Update: राजस्थान में मानसून ने पूरी तरह से दस्तक दे दी है और भारी बारिश का सिलसिला लगातार जारी है. मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि राज्य में अगले तीन दिनों तक तेज बारिश होने की संभावना है. जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के 30 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें से 18 जिलों में भारी से अति भारी बारिश का अनुमान जताया गया है.
प्रदेश में सामान्य से 128% अधिक बारिश दर्ज
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस मानसून सीजन में अब तक राजस्थान में औसत से 128% ज्यादा बारिश हो चुकी है. यह स्थिति दर्शाती है कि इस बार मानसून सामान्य से कहीं ज्यादा सक्रिय है.
इस बारिश ने जहां किसानों के चेहरे खिला दिए हैं, वहीं कुछ जिलों में भारी बारिश और जलभराव के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
चूरू और करौली में सबसे ज्यादा बारिश
बीते 24 घंटों में चूरू में 38.6 मिमी और करौली में 36 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो राज्य में सर्वाधिक रही. इसके अलावा:
- बीकानेर: 14.2 मिमी
- दौसा (सिकराय): 13 मिमी
- अलवर (राजगढ़): 13 मिमी
- करौली (टोडाभीम): 12 मिमी
- जयपुर, सीकर, चित्तौड़गढ़, फलोदी और डूंगरपुर में भी हल्की बारिश देखने को मिली.
बीकानेर और दौसा में बारिश से बिगड़े हालात
- बीकानेर में मात्र 45 मिनट में 14.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे सड़कों पर जलभराव हो गया और आवागमन बाधित हुआ.
- वहीं दौसा में तेज अंधड़ और भारी बारिश के कारण कई पेड़ और बिजली के पोल उखड़ गए. इससे हाईवे और मुख्य मार्गों पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया.
आज किन जिलों में अलर्ट जारी?
8 जुलाई को राजस्थान के इन जिलों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है:
ऑरेंज अलर्ट (भारी से अति भारी बारिश की संभावना):
बारां
- धौलपुर
- झालावाड़
- करौली
- कोटा
- सवाई माधोपुर
येलो अलर्ट (भारी बारिश की चेतावनी):
- अजमेर
- अलवर
- भरतपुर
- भीलवाड़ा
- बूंदी
- चित्तौड़गढ़
- दौसा
- जयपुर
- प्रतापगढ़
- टोंक
- हनुमानगढ़
- श्रीगंगानगर
हल्की से मध्यम बारिश की संभावना वाले जिले:
- बांसवाड़ा
- डूंगरपुर
- झुंझुनूं
- राजसमंद
- सीकर
- सिरोही
- उदयपुर
- बीकानेर
- चूरू
- जालोर
- नागौर
- पाली
नया वेदर सिस्टम हुआ एक्टिव, ट्रफ लाइन से बदलेगा मौसम
जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि पश्चिम बंगाल क्षेत्र के ऊपर एक नया लो-प्रेशर सिस्टम बना है. यह सिस्टम अगले 24 घंटों में पश्चिम और उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगा.
वर्तमान में मानसून ट्रफ लाइन श्रीगंगानगर से होकर गुजर रही है, जिससे पूर्वी राजस्थान में मौसम ज्यादा सक्रिय रहने की संभावना है.
आने वाले 4-5 दिन होंगे खतरनाक
विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले 4 से 5 दिन भरतपुर, जयपुर और कोटा संभाग के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इन क्षेत्रों में कहीं-कहीं तेज बारिश हो सकती है.
इस दौरान गरज-चमक के साथ तेज हवाएं और बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आ सकती हैं, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
जलभराव और आवागमन में बाधा की आशंका
जहां एक ओर बारिश से किसानों को फायदा मिल रहा है, वहीं शहरी क्षेत्रों में जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली आपूर्ति में बाधा जैसे मामले सामने आ रहे हैं.
बीकानेर, दौसा, करौली और जयपुर जैसे जिलों में जल निकासी की कमजोर व्यवस्था से आम जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
कृषि क्षेत्र के लिए अच्छी खबर
- तेज बारिश के चलते धान, बाजरा, ग्वार, मक्का और तिलहन फसलों को बड़ा फायदा मिल रहा है.
- कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यही रफ्तार बनी रही, तो कृषि उत्पादन में इस वर्ष अच्छी बढ़ोतरी हो सकती है.
सावधानी और अलर्ट जरूरी
- राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं.
- स्कूल-कॉलेजों में भी स्थानीय प्रशासन की ओर से छुट्टी की घोषणा की जा सकती है यदि हालात बिगड़ते हैं.
- लोगों को सलाह दी गई है कि जलभराव वाले इलाकों से दूरी बनाए रखें, और मौसम विभाग की वेबसाइट या सरकारी चैनलों से अपडेट लेते रहें.