Aadhaar PAN invalid: भारतीय नागरिकता से जुड़े दस्तावेजों को लेकर अब तक की सबसे बड़ी सख्ती देखने को मिली है. दिल्ली पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि अब आधार कार्ड, पैन कार्ड और राशन कार्ड भारतीय नागरिकता के वैध प्रमाण नहीं होंगे.
इस नई व्यवस्था के तहत सिर्फ दो दस्तावेजों – वोटर आईडी और भारतीय पासपोर्ट को ही नागरिकता के प्रमाण के तौर पर मान्यता दी गई है.
दिल्ली पुलिस ने बढ़ाई निगरानी, शुरू की कड़ी जांच
दिल्ली पुलिस ने अवैध प्रवासियों की पहचान को लेकर अप्रैल के अंत से सख्ती बढ़ा दी है. सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे फर्जी दस्तावेजों पर रह रहे संदिग्ध प्रवासियों की पहचान और कार्रवाई करें.
मुख्य कारण यह है कि बड़ी संख्या में बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासी आधार, पैन और राशन कार्ड बनवाकर भारतीय नागरिकता का दावा कर लेते हैं.
कौन से दस्तावेज़ अब होंगे मान्य?
दिल्ली पुलिस की नई नीति के अनुसार अब केवल दो दस्तावेज भारतीय नागरिकता के वैध प्रमाण माने जाएंगे:
- वोटर आईडी कार्ड (Voter ID)
- भारतीय पासपोर्ट (Indian Passport)
- अगर किसी व्यक्ति के पास ये दस्तावेज नहीं हैं, तो नागरिकता के लिए उसे अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा.
आधार, पैन और राशन कार्ड क्यों हुए अमान्य?
सरकार और सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, ये दस्तावेज केवल पहचान या सेवा लेने के लिए होते हैं, नागरिकता के वैध प्रमाण नहीं हैं.
मुख्य कारण:
- आधार कार्ड एक पहचान पत्र है, नागरिकता नहीं
- पैन कार्ड केवल टैक्स से जुड़ा दस्तावेज है
- राशन कार्ड राज्य सरकार द्वारा खाद्य सुरक्षा के लिए जारी किया जाता है
- इन तीनों की जांच प्रक्रिया अपेक्षाकृत आसान होती है, जिससे फर्जीवाड़े की संभावना बनी रहती है
अवैध प्रवासियों पर क्यों हो रही सख्ती?
दिल्ली पुलिस का कहना है कि अवैध प्रवासी अक्सर फर्जी दस्तावेज़ों के सहारे सरकारी योजनाओं, आवास, और नौकरियों का लाभ उठाते हैं. इस वजह से न सिर्फ सरकारी संसाधनों पर बोझ बढ़ता है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा होता है.
शरणार्थियों की स्थिति क्या होगी?
- कई अवैध प्रवासियों के पास UNHCR (संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी) द्वारा जारी शरणार्थी कार्ड होते हैं. लेकिन दिल्ली पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यदि भारत सरकार से शरणार्थी मान्यता प्राप्त नहीं है, तो ऐसा कार्ड देश में रहने का कानूनी आधार नहीं बनता.
- ऐसे मामलों में भी डिपोर्टेशन (देश निकाला) की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है.
क्या इस फैसले का संबंध हालिया आतंकी हमले से है?
यह अभियान जम्मू-कश्मीर में एक आतंकी हमले के बाद तेज़ हुआ, जिसमें 28 पर्यटकों की जान गई. इसके बाद गृह मंत्रालय ने पाकिस्तानी नागरिकों के अधिकतर वीजा रद्द कर दिए. केवल मेडिकल, डिप्लोमैटिक और लॉन्ग-टर्म वीजा को छूट दी गई.
29 अप्रैल के बाद मेडिकल वीजा भी रद्द कर दिए गए. दिल्ली में रह रहे करीब 3,500 पाकिस्तानी नागरिकों में से 400 से अधिक मुस्लिम नागरिक वापस लौट चुके हैं.
नागरिकता साबित करने में किसे हो सकती है दिक्कत?
इस नई नीति से सबसे ज्यादा प्रभावित वे लोग होंगे जिनके पास भारतीय पासपोर्ट या वोटर आईडी नहीं है, जैसे:
- जिनका आधार, पैन या राशन कार्ड में गलत जानकारी है
- 1950 के पहले के प्रवासी या पूर्वजों के दस्तावेज़ नहीं हैं
- सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले परिवार
- जिनके पास कानूनी नागरिकता प्रमाण नहीं है
भविष्य के लिए क्या करना जरूरी है?
सरकार और दिल्ली पुलिस की इस नई नीति को देखते हुए हर व्यक्ति को नागरिकता के कानूनी दस्तावेज़ तैयार रखने की आवश्यकता है. यदि आपके पास भारतीय पासपोर्ट या वोटर आईडी नहीं है, तो:
- पुराने दस्तावेज़ जैसे स्कूल सर्टिफिकेट, जमीन की रजिस्ट्री, जन्म प्रमाणपत्र इकट्ठा करें
- स्थानीय प्रशासन से संपर्क कर नागरिकता प्रमाण का आवेदन करें
- यदि जरूरी हो, तो न्यायालय में अपील करें
नागरिकता से जुड़ी सेवाओं में बदलाव
अब कई प्रमुख सेवाओं में आधार, पैन या राशन कार्ड को नागरिकता प्रमाण के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा. इनकी जगह वोटर आईडी और पासपोर्ट ही मान्य होंगे.
सेवा पहले दस्तावेज़ अब मान्य दस्तावेज़
सेवा | पहले दस्तावेज़ | अब मान्य दस्तावेज़ |
---|---|---|
पासपोर्ट बनवाना | आधार, पैन | वोटर आईडी, भारतीय पासपोर्ट |
सरकारी नौकरी के लिए आवेदन | आधार, पैन | वोटर आईडी, भारतीय पासपोर्ट |
राशन कार्ड बनवाना | आधार | वोटर आईडी, भारतीय पासपोर्ट |
स्कॉलरशिप आवेदन | आधार, पैन | वोटर आईडी, भारतीय पासपोर्ट |
बैंक खाता खोलना | आधार, पैन | वोटर आईडी, भारतीय पासपोर्ट |
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना | आधार | वोटर आईडी, भारतीय पासपोर्ट |
संपत्ति की रजिस्ट्री | आधार, पैन | वोटर आईडी, भारतीय पासपोर्ट |