Rajasthan Rain Alert: राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है. राजधानी जयपुर सहित कई जिलों में सुबह से ही रिमझिम बारिश हो रही है. बारिश से न केवल गर्मी से राहत मिली है, बल्कि तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. मौसम विभाग ने प्रदेश के 29 जिलों में आंधी और बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है.
प्री-मानसून की बारिश ने दी दस्तक
मंगलवार को ही राज्य के कई हिस्सों में प्री-मानसून की बारिश शुरू हो गई थी.
कोटा और हाड़ौती अंचल में जोरदार बारिश हुई.
वहीं जयपुर, सीकर, झुंझुनूं, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, टोंक, डूंगरपुर और भरतपुर में भी बारिश ने दस्तक दी.
अन्य जिलों में भी बादलों की आवाजाही बनी रही, जिससे गर्मी से राहत मिली.
जयपुर और सवाईमाधोपुर में झमाझम बारिश
राजधानी जयपुर में बुधवार सुबह से ही लगातार बारिश हो रही है.
बारिश के कारण बाइक चालकों और आम लोगों को थोड़ी परेशानी जरूर हुई, लेकिन मौसम खुशनुमा हो गया.
सवाईमाधोपुर के बौंली क्षेत्र में रातभर रिमझिम बारिश के बाद सुबह होते ही झमाझम बारिश शुरू हो गई, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ.
तापमान में भारी गिरावट, 15 शहरों में 35 डिग्री से नीचे पारा
राज्य के 15 शहरों में दिन का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया.
हालांकि, जैसलमेर में सबसे अधिक तापमान 41.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया.
मौसम में बदलाव के चलते लू से राहत मिली है, और गर्मी से बेहाल लोग थोड़ी राहत की सांस ले पाए हैं.
29 जिलों में येलो अलर्ट जारी, इन इलाकों में रहें सतर्क
मौसम विभाग ने बुधवार के लिए राज्य के 29 जिलों में आंधी और बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है.
इन जिलों में संभावित बारिश और मेघगर्जन की चेतावनी दी गई है:
अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, सीकर, सीरोही, टोंक, उदयपुर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, नागौर, पाली और श्रीगंगानगर.
अगले दो दिन कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार:
5 जून को कोटा, जयपुर और भरतपुर संभागों में हल्की से मध्यम बारिश और 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से आंधी चलने की संभावना है.
वहीं 6 जून से पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क होने की संभावना है.
तापमान में 3 से 5 डिग्री तक बढ़ोतरी भी हो सकती है.
यह बदलाव अरब सागर से आ रही नमी और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण हो रहा है, जो मध्य वायुमंडलीय स्तर पर परिसंचरण तंत्र के रूप में पंजाब और उसके आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय है.
किसानों और आमजन को क्या रखना चाहिए ध्यान?
बारिश और आंधी के इस अलर्ट को ध्यान में रखते हुए किसानों को चाहिए कि वे:
फसलों की कटाई और भंडारण का काम सावधानी से करें.
तेज हवा और ओलावृष्टि की आशंका को देखते हुए खेतों की सुरक्षा व्यवस्था रखें.
आमजन को भी खुले स्थानों, पेड़ों या पुराने निर्माणों के पास जाने से बचना चाहिए.