Haryana Mausam Update: हरियाणा में मौसम का मिजाज इन दिनों बदला-बदला नजर आ रहा है. राज्य के कई जिलों में लगातार बारिश, बादलवाही और तेज हवाओं के चलते दिन का तापमान सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है. गर्मी से बेहाल लोगों को अब ठंडी हवाओं और बादलों की वजह से राहत मिल रही है.
सिरसा को छोड़ सभी जिलों में तापमान 36 डिग्री से नीचे
मंगलवार को हरियाणा के ज्यादातर जिलों में अधिकतम तापमान 36 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया. केवल सिरसा जिला ऐसा रहा, जहां तापमान कुछ अधिक रहा, लेकिन वहां भी शाम को तेज हवाओं के साथ बारिश हुई, जिससे गर्मी में कमी आई.
सुबह से शाम तक छाए रहे बादल, कहीं बूंदाबांदी, कहीं तेज बारिश
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार, वर्तमान में एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की वजह से राज्य में लगातार मौसम परिवर्तन हो रहा है. मंगलवार को भिवानी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, नूंह और पंचकूला में दोपहर से पहले हल्की आंधी और बूंदाबांदी हुई, जबकि शाम को सिरसा और फतेहाबाद में तेज बारिश और हवाएं चलीं.
दिल्ली-NCR तक दिखा असर, दिन और रात दोनों समय ठंडक
हरियाणा के साथ-साथ NCR और दिल्ली में भी इस बदलते मौसम का असर देखा गया. यहां दिन का तापमान 31 से 36 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 20 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया. यानी दिन और रात दोनों ही समय तापमान सामान्य से नीचे रहा, जिससे लोगों को गर्मी से बड़ी राहत मिली.
भारतीय मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 5 जून तक यह पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेगा. 4 जून को 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी और गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है. इसके मद्देनज़र विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
कहां-कहां हुई कितनी बारिश?
राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई है.
- महेंद्रगढ़ – 1.5 मिमी
- भिवानी – 0.5 मिमी
- नूंह – 0.5 मिमी
- पंचकूला – 0.5 मिमी
इस बारिश ने जहां खेती-किसानी को लाभ पहुंचाया, वहीं गर्मी से राहत का भी अहसास कराया है.
आगे कैसा रहेगा हरियाणा का मौसम?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 5 जून तक बादल और बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है. उसके बाद मौसम फिर से शुष्क हो सकता है, लेकिन तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी की संभावना भी जताई जा रही है. फिलहाल लोगों को भारी गर्मी से राहत मिली हुई है, जिसका सकारात्मक असर जनजीवन और कृषि पर भी देखा जा रहा है.