Home Loan EMI Reduced: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 5 महीनों में तीसरी बार रेपो रेट घटाकर 5.50% कर दिया है. इस फैसले से होम लोन, ऑटो लोन और अन्य खुदरा ऋणों पर ब्याज दरों में कमी आएगी. इससे लाखों लोनधारकों को राहत मिलेगी, जिनकी EMI लगातार महंगी होती जा रही थी.
RBI ने मॉनेटरी पॉलिसी बैठक में लिया अहम फैसला
6 जून 2025 को हुई RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक में यह निर्णय लिया गया. RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने यह घोषणा की कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत बनी हुई है और इस निर्णय से वित्तीय प्रणाली में तरलता बढ़ेगी.
5.50% पर आया रेपो रेट, उम्मीद से ज्यादा राहत
जहां विशेषज्ञों को 0.25% की कटौती की उम्मीद थी, वहीं RBI ने 0.50% यानी 50 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती कर रेपो रेट को 6.0% से घटाकर 5.50% कर दिया. इससे बैंकों को RBI से सस्ता कर्ज मिलेगा, और वे उपभोक्ताओं को सस्ते लोन देने के लिए मजबूर होंगे.
बैंकों पर पड़ेगा सीधा दबाव, घटेंगे लोन के इंटरेस्ट रेट
इस कटौती के बाद बैंकों और एनबीएफसी को अब होम लोन और ऑटो लोन पर ब्याज दर कम करनी होगी. अभी तक सरकारी बैंकों के होम लोन रेट 7.75% से 9% के बीच थे. अब यह घटकर लगभग 7.25% पर आने की संभावना है.
फ्लोटिंग रेट लोन धारकों को मिलेगा तात्कालिक लाभ
अगर आपने फ्लोटिंग रेट पर होम लोन लिया है, तो यह कटौती स्वतः आपकी EMI को घटा देगी. लेकिन यदि आपने फिक्स्ड रेट पर लोन लिया है, तो आपको फायदा तभी मिलेगा जब आप लोन को किसी अन्य बैंक में ट्रांसफर करेंगे जो कम ब्याज दर दे रहा हो.
रेपो रेट में साल की तीसरी कटौती, अब तक कुल 1% की राहत
RBI ने फरवरी और अप्रैल 2025 में 25-25 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की थी. अब जून में 50 बीपीएस की कटौती के साथ कुल 1.00% की कमी हो चुकी है. 2025 की शुरुआत में रेपो रेट 6.5% था, जो अब 5.5% रह गया है.
EMI घटाने का मौका
अगर आपका बैंक ब्याज दर कम करने में देरी करता है, तो आप:
- लोन ट्रांसफर कर सकते हैं
- या बैंक से ब्याज दर की पुनर्समीक्षा की मांग कर सकते हैं
- EMI घटाने के लिए बैलेंस ट्रांसफर ऑफर का लाभ उठा सकते हैं