Eletric Bus: 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चरखी दादरी में 5 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह पहल राज्य को पर्यावरण के प्रति और अधिक जिम्मेदार बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है.
हालांकि ये बसें दादरी में नहीं चलेंगी, बल्कि अन्य जिलों को भेजी जाएंगी, जहां इनकी तत्काल आवश्यकता है.
11 नगर निगमों को मिलेंगी कुल 375 इलेक्ट्रिक बसें
मुख्यमंत्री सैनी ने घोषणा की कि राज्य सरकार 11 नगर निगमों को कुल 375 ई-बसें उपलब्ध कराएगी. इनमें से पहले चरण में 9 नगर निगमों को 45 बसें पहले ही दी जा चुकी हैं और शेष की आपूर्ति जल्द की जाएगी.
यह योजना शहरी परिवहन को हरित, शांत और आधुनिक बनाने की दिशा में राज्य सरकार की एक बड़ी पहल है.
हरियाणा परिवहन बेड़े का 30% होगा इलेक्ट्रिक
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री सैनी ने स्पष्ट किया कि उनका लक्ष्य है कि हरियाणा रोडवेज का 30 प्रतिशत बेड़ा इलेक्ट्रिक वाहनों से युक्त हो. इसके तहत 2026 तक 450 और इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी, जो मुख्य रूप से शहरी क्षेत्रों में संचालित की जाएंगी.
इसका उद्देश्य प्रदूषण में कमी लाना और ईंधन पर निर्भरता घटाना है, ताकि राज्य की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली अधिक टिकाऊ बन सके.
जनता कॉलेज स्टेडियम में हुआ पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर चरखी दादरी के जनता कॉलेज स्टेडियम में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता वन एवं पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह ने की.
इस मौके पर मुख्यमंत्री सैनी ने हल्की बारिश के बीच पौधारोपण किया और उपस्थित लोगों को पर्यावरण सुरक्षा का संकल्प भी दिलवाया.
राज्य में बढ़ेगी हरियाली, घटेगा प्रदूषण
ई-बस योजना के साथ-साथ पौधारोपण और जनजागरूकता अभियान से राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण को एक व्यापक जन आंदोलन में बदलना चाहती है. शहरी परिवहन में इलेक्ट्रिक बसों की हिस्सेदारी बढ़ने से प्रदूषण में ठोस गिरावट की उम्मीद है.
यह पहल ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ ठोस कार्यवाही का प्रतीक है.