Mountain cold air: गर्मी हो या सर्दी, भारत के लोग पहाड़ों की ओर खिंचे चले जाते हैं. गर्मियों में ठंडी हवाओं का एहसास और सर्दियों में बर्फ से ढके नज़ारे हर किसी को लुभाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब मैदानी इलाकों में तेज धूप और गर्मी पड़ रही होती है, तो पहाड़ों पर जाते ही ठंडक क्यों महसूस होती है? इसका जवाब विज्ञान में छुपा है.
गर्म हवा ऊपर क्यों उठती है?
जब सूर्य की किरणें पृथ्वी की सतह पर पड़ती हैं, तो सतह गर्म हो जाती है. यह गर्मी आसपास की हवा को भी गर्म करती है.
- गर्म हवा हल्की हो जाती है और ऊपर की ओर उठने लगती है.
- जैसे-जैसे यह ऊपर जाती है, यह फैलती है और ठंडी हो जाती है.
- इसका मुख्य कारण यह है कि ऊंचाई पर वायुदाब कम हो जाता है.
- यही कारण है कि गर्म हवा ऊपर जाकर ठंडी हो जाती है और हमें पहाड़ों पर ठंडक का अनुभव होता है.
पहाड़ों पर तापमान क्यों होता है कम?
जब हम किसी ऊंची जगह पर जाते हैं, जैसे कि शिमला या मनाली, तो हमें एकदम ठंडी हवा महसूस होती है. इसका कारण है:
- ऊंचाई बढ़ने के साथ हवा का दबाव घटता है.
- हवा पतली हो जाती है और उसके अणु फैल जाते हैं.
- इस प्रक्रिया में हवा की ऊर्जा फैल जाती है और तापमान कम हो जाता है.
- इसे ही वैज्ञानिक भाषा में एडियाबेटिक कूलिंग कहते हैं.
- सूर्य की किरणें हवा को नहीं, सतह को गर्म करती हैं
- यह भी जानना जरूरी है कि सूर्य सीधे हवा को गर्म नहीं करता, बल्कि पृथ्वी की सतह को गर्म करता है.
- जब सूर्य निकलता है, तो उसकी किरणें वायुमंडल के निचले हिस्से को ज्यादा प्रभावित नहीं करतीं.
- सतह से गर्म होकर हवा ऊपर उठती है और फिर ऊपर जाकर ठंडी होती जाती है.
- यह प्रक्रिया ठीक उसी तरह है जैसे गैस पर रखे बर्तन में नीचे से पानी गर्म होता है, न कि ऊपर से.
ऊंचाई बढ़ने पर कितना घटता है तापमान?
औसतन, जैसे-जैसे हम ऊपर चढ़ते हैं, प्रत्येक 1000 मीटर की ऊंचाई पर तापमान करीब 6.5 डिग्री सेल्सियस घटता है.
- यही कारण है कि समुद्र तल पर जो तापमान 35°C हो,
- वह किसी 2000 मीटर ऊंचे हिल स्टेशन पर करीब 22°C तक हो सकता है.
- इसीलिए पहाड़ों पर गर्मियों में भी कंबल या जैकेट की जरूरत महसूस होती है.
- पक्षियों की उड़ान और ग्लाइडिंग में मददगार होती है यह प्रक्रिया
जब गर्म हवा ऊपर जाती है, तो वह ग्लाइडर्स और पक्षियों के उड़ने में सहायक होती है. - पक्षी इसी गर्म हवा का उपयोग करके ऊंचाई पर उड़ते हैं.
- हवा में मौजूद यह ऊर्ध्वाधर प्रवाह (updraft) उनकी उड़ान को स्थिर बनाए रखता है.