ऐसा रेल्वे स्टेशन जहां ना एंट्री और ना एग्जिट, फिर भी रुकती है सभी ट्रेनें Unique Railway Station

Unique Railway Station: रेलवे स्टेशन का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में भीड़-भाड़, भागती हुई ट्रेनें, टिकट काउंटर पर लगी लंबी लाइनें और प्लेटफॉर्म पर खड़े यात्री नजर आते हैं. रेलवे स्टेशन का मतलब आमतौर पर होता है – सफर की शुरुआत या अंत. लेकिन जापान में एक ऐसा रेलवे स्टेशन है जो इन सभी स्टेशन से बिल्कुल अलग है.

यहां न तो कोई एंट्री गेट है, न ही एग्जिट गेट. न टिकट विंडो है और न ही कोई स्थायी इमारत. फिर भी यहां ट्रेनें रुकती हैं, यात्री उतरते हैं और कुछ देर बाद वही ट्रेन उन्हें वापस ले जाती है.

ऐसा स्टेशन जहां बाहर से कोई आ नहीं सकता और अंदर से कोई जा नहीं सकता
यह अनोखा स्टेशन जापान के दक्षिणी हिस्से में स्थित है, जिसका नाम है सेईर्यु-मिहाराशी स्टेशन .

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यह स्टेशन न तो किसी शहर या कस्बे के बीच है और न ही इसके आसपास कोई रिहायशी इलाका है. यह सिर्फ एक पर्यटन स्थल है, जहां लोग सिर्फ प्रकृति का आनंद लेने के लिए ट्रेन से पहुंचते हैं और कुछ समय वहां रुककर फिर वापस उसी ट्रेन से लौट जाते हैं.

सिर्फ एक प्लेटफॉर्म और प्रकृति का शानदार नजारा

सेईर्यु-मिहाराशी स्टेशन पर सिर्फ एक ही प्लेटफॉर्म है. इस प्लेटफॉर्म से दिखाई देता है निशिकी नदी का अद्भुत दृश्य और आसपास की घनी हरियाली.

यह स्टेशन किसी भी पारंपरिक रेलवे स्टेशन की तरह यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने का साधन नहीं है, बल्कि एक विशुद्ध पर्यटन केंद्र है, जहां लोग शांति और प्रकृति का सौंदर्य देखने आते हैं.

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क्यों नहीं है एंट्री और एग्जिट गेट?

चूंकि यह स्टेशन पूरी तरह से प्रकृति के बीचोंबीच बनाया गया है और इसका उपयोग किसी भी नियमित आवागमन के लिए नहीं होता, इसलिए यहां न एंट्री गेट की जरूरत है, न एग्जिट की.

यात्री सिर्फ ट्रेन से आते हैं, प्लेटफॉर्म पर कुछ समय बिताते हैं और फिर वापस उसी ट्रेन में सवार होकर लौट जाते हैं. इसलिए न तो कोई टिकट की जरूरत होती है, न कोई स्टेशन बिल्डिंग और न ही कोई सुरक्षा गेट.

कोई टिकट काउंटर नहीं, सिर्फ एक हेल्प विंडो

चूंकि यहां ना किसी को चढ़ना है ना उतरना अलग-अलग दिशा में, इसलिए टिकट की कोई जरूरत नहीं है. हालांकि, यात्रियों को ट्रेन के समय और जरूरी जानकारी देने के लिए एक हेल्प विंडो मौजूद है, जहां स्टाफ यात्रियों को मार्गदर्शन देता है.

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यह स्टेशन पूरी तरह से पर्यटन पर केंद्रित है और वहां की व्यवस्था भी उसी के अनुसार की गई है.

रंग-बिरंगी ट्रेनें बढ़ाती हैं आकर्षण

इस स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों का एक और विशेष आकर्षण है – उनके रंग. यहां रोज़ लगभग 10 ट्रेनें गुजरती हैं जो गुलाबी, हरे, नीले और पीले रंग की होती हैं.

यह रंग-बिरंगी ट्रेनों का दृश्य अपने आप में एक दृश्यात्मक अनुभव होता है, जिसे देखने के लिए पर्यटक विशेष रूप से यहां पहुंचते हैं.

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क्या है इस स्टेशन का उद्देश्य?

इस रेलवे स्टेशन को विशेष रूप से पर्यटकों के लिए डिजाइन किया गया है. इसका उद्देश्य यात्रियों को प्राकृतिक सौंदर्य के करीब लाना और ट्रेन यात्रा के अनुभव को नया रंग देना है.

यह स्टेशन इस विचार को साकार करता है कि ट्रेन यात्रा सिर्फ एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने का माध्यम नहीं, बल्कि स्वयं में एक अनुभव हो सकती है.

जापान के रेल सीस्टम में लेटेस्टटता का प्रतीक

सेईर्यु-मिहाराशी स्टेशन जापान की रेलवे प्रणाली में नवाचार और पर्यावरण के प्रति सम्मान का बेहतरीन उदाहरण है.

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जहां एक ओर दुनिया भर के रेलवे स्टेशन भीड़, आवाजाही और व्यवस्था से जूझते हैं, वहीं यह स्टेशन शांति, एकांत और सौंदर्य का प्रतीक है.

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