Monsoon Alert: देश में मानसून अब लगभग पूरे हिस्से को कवर कर चुका है और कई राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले सप्ताह के लिए व्यापक अलर्ट जारी करते हुए चेताया है कि 30 जून से 1 जुलाई तक देश के कई राज्यों में अत्यंत भारी वर्षा हो सकती है. विशेषकर उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड जैसे राज्यों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है.
पूरे देश में पहुंचा मानसून
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून अब देश के बाकी हिस्सों में भी आगे बढ़ने को तैयार है. अगले दो दिनों में मानसून का विस्तार पूरा होने की संभावना जताई गई है. इसके साथ ही अगले 7 दिनों तक उत्तर, मध्य और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में लगातार भारी बारिश होने की संभावना है.
30 जून को उत्तराखंड और यूपी में सबसे बड़ा खतरा
IMD ने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में 30 जून को ‘Red Alert’ जारी किया है. इसका अर्थ है कि इन इलाकों में कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश के साथ जान-माल का खतरा बढ़ सकता है. प्रशासन और नागरिकों को खासतौर पर सतर्क रहने को कहा गया है.
जानिए किस दिन किस राज्य में अलर्ट
28 जून को:
- ऑरेंज अलर्ट: उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, केरल, गुजरात, ओडिशा
- यलो अलर्ट: देश के शेष हिस्सों में सामान्य चेतावनी
29 जून को
ऑरेंज अलर्ट: पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार, ओडिशा, झारखंड, कोंकण, गोवा, सौराष्ट्र
30 जून और 1 जुलाई को
- रेड अलर्ट: उत्तराखंड
- ऑरेंज अलर्ट: हिमाचल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, मध्य भारत और महाराष्ट्र के कुछ हिस्से
मौसम बिगड़ने से जनजीवन पर असर
भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव, यात्रा में बाधाएं, फसल पर असर, और बिजली सप्लाई में दिक्कतें हो सकती हैं. लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम अपडेट्स पर नजर रखें और बिना आवश्यकता घर से बाहर न निकलें.
बीते 24 घंटे का हाल
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक:
- उत्तराखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, और अंडमान-निकोबार में बहुत भारी वर्षा दर्ज की गई.
- इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, विदर्भ, नागालैंड, कोंकण, और मध्य महाराष्ट्र में भारी वर्षा हुई.
क्या करें और क्या न करें
- मौसम विभाग के अलर्ट को गंभीरता से लें.
- निचले इलाकों में रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं.
- यात्रा करते समय मौसम की स्थिति जांच लें.
- ट्रेनों और बसों की सेवा प्रभावित हो सकती है, इसकी जानकारी पहले लें.
- फ्लैश फ्लड, भूस्खलन, बिजली गिरने से बचाव के उपाय अपनाएं.