Haryana Weather Update हरियाणा में गर्मी और उमस से जूझ रहे लोगों के लिए राहत की खबर है. मौसम ने करवट ले ली है और प्री-मानसून सक्रिय होने के साथ ही बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है. शुक्रवार सुबह पंचकूला में तेज बारिश ने मौसम में ठंडक घोल दी. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आज हरियाणा के 18 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है. इसके मुताबिक, आंधी-तूफान के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है.
आज इन जिलों में हो सकती है बारिश
यलो अलर्ट वाले जिले इस प्रकार हैं:
- भिवानी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात, फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, जींद, कैथल, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, अंबाला और पंचकूला.
- इन जिलों में आज तेज हवाओं, गरज-चमक और हल्की बारिश के साथ मौसम ठंडा होने की उम्मीद है. खासकर दक्षिणी-पश्चिमी हरियाणा में इस प्रभाव को ज्यादा महसूस किया जा सकता है.
महेंद्रगढ़ में सबसे ज्यादा बारिश, रिकॉर्ड 282 मिमी
महेंद्रगढ़ में मानसूनी बारिश ने नया रिकॉर्ड बना दिया है. अब तक 282 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो प्रदेश में सबसे अधिक है. मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 19 जून तक राज्य में सामान्य से 9 प्रतिशत ज्यादा वर्षा हो चुकी है. यह दर्शाता है कि मानसून का असर पहले से महसूस किया जाने लगा है.
आज रात से पूरे राज्य में बारिश की शुरुआत
मौसम विभाग ने बताया कि आज रात से प्री-मानसूनी हवाओं का प्रभाव तेज हो जाएगा. 21 जून और 22 जून को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है. इसके बाद 23 से 25 जून के बीच गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ पूरे राज्य में बारिश की संभावना है.
25 जून तक लगातार बारिश की संभावना
हरियाणा के अधिकांश जिलों में 25 जून तक मौसम में हलचल बनी रहेगी. इस दौरान तापमान में 3 से 5 डिग्री की गिरावट हो सकती है. इससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी. खासतौर पर शहरी क्षेत्रों में बिजली की मांग में भी कुछ कमी आने की संभावना जताई जा रही है.
मानसून की एंट्री 29 जून तक संभव
मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि हरियाणा में मानसून 29 जून तक प्रवेश कर सकता है. इससे पहले प्री-मानसून गतिविधियां प्रदेश के मौसम को ठंडा और नमी से भरपूर बना रही हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून का यह आगमन खरीफ फसलों की बुवाई के लिए अनुकूल समय है.
किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है यह बारिश
हरियाणा की कृषि व्यवस्था मानसून पर निर्भर है. ऐसे में बारिश की यह शुरुआत धान, बाजरा और कपास जैसे फसलों की बुवाई के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी. कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को खेत तैयार करने और बीज भंडारण की सलाह दी है, ताकि मानसून का पूरा लाभ उठाया जा सके.
मौसम विभाग की सलाह और अलर्ट
- आज से 25 जून तक गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना.
- कुछ स्थानों पर 30 से 40 किमी प्रति घंटा की गति से हवाएं चल सकती हैं.
- मौसम में नमी और ठंडक बढ़ेगी, जिससे लू का असर खत्म होगा.
- किसानों और आम नागरिकों को सावधानी बरतने और मौसम अपडेट पर निगाह रखने की सलाह.
बिजली व्यवस्था पर भी पड़ेगा असर
बारिश और तेज हवाओं की वजह से कई जिलों में बिजली आपूर्ति पर असर पड़ सकता है. विभाग ने बिजली विभाग को जरूरी इंतजाम करने और टीम अलर्ट पर रखने के निर्देश दिए हैं. लोगों से भी अनावश्यक बिजली उपकरणों को बंद रखने की अपील की गई है.
क्या करें और क्या न करें
- बिजली के खुले तारों से दूर रहें.
- तेज हवा और बारिश में वाहन धीमी गति से चलाएं.
- छतों की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था दुरुस्त रखें.
- किसान बारिश के दौरान रासायनिक छिड़काव से बचें.