Botal Type: गर्मियों के मौसम में डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए अधिक मात्रा में पानी पीना बेहद जरूरी होता है. आमतौर पर लोग प्लास्टिक की बोतलों में पानी भरकर चलते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह आदत आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है? दरअसल, कुछ प्लास्टिक की बोतलें हानिकारक केमिकल्स छोड़ सकती हैं जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित होते हैं.
प्लास्टिक की बोतल
प्लास्टिक की बोतलों में कई बार ऐसे केमिकल्स जैसे BPA पाए जाते हैं जो गर्मी में पानी में घुल सकते हैं. इस तरह का पानी पीने से शरीर में हार्मोनल असंतुलन, पाचन संबंधी समस्याएं और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा, प्लास्टिक का विस्तृत इस्तेमाल पर्यावरण पर भी भारी बोझ डालता है, क्योंकि यह आसानी से नष्ट नहीं होता.
तांबे की बोतल
आयुर्वेद के अनुसार, कॉपर (तांबे) में पानी पीने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं. तांबे में मौजूद प्राकृतिक एंटीमाइक्रोबियल तत्व पानी को शुद्ध बनाते हैं और शरीर की इम्युनिटी को मजबूत करते हैं.
- रोज सुबह खाली पेट तांबे की बोतल में रखा पानी पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है.
- यह त्वचा की चमक बढ़ाने और वजन घटाने में भी सहायक होता है.
स्टेनलेस स्टील की बोतल
अगर तांबे की बोतल का नियमित रख-रखाव मुश्किल लगता है, तो स्टेनलेस स्टील की बोतल भी एक बेहतरीन विकल्प है.
- यह न केवल टिकाऊ होती है, बल्कि इसमें पानी लंबे समय तक ताजा और सुरक्षित रहता है.
- स्टील में कोई हानिकारक तत्व नहीं मिलते, जिससे यह स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह सुरक्षित मानी जाती है.
मिट्टी की बोतल
- गर्मियों में मिट्टी के घड़े का प्रयोग तो आपने सुना ही होगा, अब यही सुविधा मिट्टी की बोतल के रूप में भी उपलब्ध है.
- यह पानी को प्राकृतिक रूप से ठंडा रखती है, जिससे गले या सर्दी-जुकाम की समस्या नहीं होती.
- मिट्टी में मौजूद प्राकृतिक तत्व शरीर की गर्मी संतुलित करने में सहायक होते हैं.
- यह पूरी तरह इको-फ्रेंडली होती है, जिससे पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं होता.
सही बोतल का चुनाव क्यों है जरूरी?
- गर्मियों में पानी की मात्रा बढ़ाना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है यह ध्यान देना कि आप किस बोतल में पानी पी रहे हैं.
- प्लास्टिक की बोतल शरीर को अंदर से नुकसान पहुंचा सकती है.
- तांबा, स्टील और मिट्टी जैसे प्राकृतिक विकल्प न सिर्फ स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाते हैं, बल्कि प्रकृति की रक्षा भी करते हैं.