Best Tourist Place: गर्मी की छुट्टियों में जहां अधिकांश पर्यटक मसूरी जैसे ठंडे हिल स्टेशन की ओर रुख करते हैं, वहीं अब उन्हें पंजाब के होशियारपुर में भी वैसी ही ठंडक और वाटरफॉल का रोमांच मिल सकेगा. पंजाब वन विभाग ने होशियारपुर जिले में स्थित एक प्राकृतिक झरने को कैम्पटी फॉल की तर्ज पर विकसित करने का फैसला किया है.
मसूरी के कैम्पटी फॉल जैसी होगी झरने की साज-सज्जा
मसूरी से 15 किलोमीटर दूर स्थित कैम्पटी फॉल, अपनी 40 फीट ऊंचाई और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. ठीक उसी तरह, होशियारपुर के थाना बांध के पास मौजूद झरना भी उसी मॉडल पर निखारा जाएगा. इस जगह की पहचान अभी तक स्थानीय सीमाओं में सिमटी हुई थी, लेकिन अब इसे बड़े स्तर पर विकसित कर पर्यटकों के लिए खोला जाएगा.
झरने तक पहुंच होगी आसान, होंगे जरूरी इंतज़ाम
इस झरने तक पहुंचना अभी थोड़ा कठिन है क्योंकि रास्ता नुकीले पत्थरों और दुर्गम इलाकों से होकर जाता है. लेकिन अब वन विभाग यहां पक्की सड़क बनाने जा रहा है जिससे पर्यटक आसानी से इस स्वाभाविक खूबसूरती तक पहुंच सकें. इसके अलावा, चार वॉशरूम, चार से पांच फूड जॉइंट्स और अन्य आवश्यक सुविधाओं की भी व्यवस्था की जाएगी.
15 लाख रुपये में तैयार होगा नया टूरिस्ट स्पॉट
वन विभाग का अनुमान है कि इस पूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने में 10 से 15 लाख रुपये तक का खर्च आएगा. विभाग का मकसद है कि पर्यटकों को झरने के साथ-साथ स्वच्छ वातावरण और सुरक्षित सफर भी मिले, ताकि वे यहां बार-बार आना चाहें.
जंगल सफारी और लॉग हट्स की भी सुविधा
होशियारपुर का यह इलाका सिर्फ झरने तक सीमित नहीं है. झरने के पास ही स्थित है एक मनमोहक जंगल सफारी, जो पर्यटकों को वन्यजीवों का रोमांचक अनुभव भी कराएगी. यहां लॉग हट्स, कैंटीन, डैम में बोटिंग और सफारी टूर जैसी कई सुविधाएं पहले से मौजूद हैं, जो इस जगह को पर्यटन हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
हिमाचल से सटी सीमावर्ती पहाड़ियों के बीच बसी अनोखी जगह
होशियारपुर जिला हिमाचल प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है, और यह भौगोलिक रूप से पहाड़ी इलाका है. ऐसे में यहां का मौसम भी गर्मियों में बेहद सुहावना होता है. थाना बांध से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित यह झरना अब नए रूप में पर्यटकों के लिए खुलने वाला है.
वन विभाग की योजना
होशियारपुर के वन संरक्षण अधिकारी संजीव तिवारी ने बताया कि आने वाले एक महीने के भीतर झरने के पास सभी सुविधाएं तैयार कर ली जाएंगी. इसका उद्देश्य है कि आने वाले पर्यटक यहां न केवल प्राकृतिक नजारा देख सकें बल्कि सुरक्षित और व्यवस्थित अनुभव भी ले सकें.