LPG Cylinder Booking Rule: घरेलू गैस उपभोक्ताओं के लिए ई-केवाईसी (e-KYC) अब अनिवार्य कर दी गई है. पेट्रोलियम कंपनियों ने इस नियम को सख्ती से लागू करने की तैयारी कर ली है. जिन उपभोक्ताओं ने अभी तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है, उन्हें निकट भविष्य में गैस सिलेंडर की बुकिंग और सप्लाई में समस्या आ सकती है. यह व्यवस्था ग्राहकों की पहचान की जांच और सब्सिडी के दुरुपयोग को रोकने के उद्देश्य से लागू की गई है.
जिले में 70 हजार उपभोक्ताओं की स्थिति असुरक्षित
जिले में कुल 3.69 लाख गैस उपभोक्ता पंजीकृत हैं, जिनमें से केवल 1.90 लाख ने ही ई-केवाईसी पूरी की है. इसका मतलब है कि अब भी 1.70 लाख उपभोक्ता इस प्रक्रिया से वंचित हैं. यह संख्या जिले के कुल उपभोक्ताओं का लगभग 47 प्रतिशत है, जो गैस आपूर्ति के नियमों में बदलाव के चलते सीधे प्रभावित हो सकते हैं.
गैस एजेंसियां भेज रही हैं लगातार ई-केवाईसी के मैसेज
ई-केवाईसी की प्रक्रिया बीते एक वर्ष से चल रही है. गैस एजेंसियां मोबाइल मैसेज, कॉल और एजेंसी विजिट के जरिए उपभोक्ताओं को समय रहते ई-केवाईसी कराने की सलाह दे रही हैं. इसके बावजूद कई उपभोक्ता लापरवाह रवैया अपनाए हुए हैं, जिससे आने वाले दिनों में उनकी सिलेंडर आपूर्ति बाधित हो सकती है.
ई-केवाईसी की प्रक्रिया
ई-केवाईसी के लिए उपभोक्ताओं को आधार कार्ड, मोबाइल फोन और गैस उपभोक्ता संख्या के साथ संबंधित गैस एजेंसी पर जाना होता है. वहां बायोमैट्रिक फिंगरप्रिंट या फेस आईडी से उनकी पहचान सत्यापित की जाती है. यह प्रक्रिया कुछ ही मिनटों में पूरी हो जाती है और उपभोक्ता के रिकॉर्ड अपडेट कर दिए जाते हैं.
ऑनलाइन केवाईसी का भी उपलब्ध
यदि कोई उपभोक्ता गैस एजेंसी जाकर ई-केवाईसी नहीं करा पा रहा है, तो वह ऑनलाइन माध्यम से भी यह प्रक्रिया पूरी कर सकता है. इसके लिए उपभोक्ता को संबंधित गैस कंपनी का मोबाइल ऐप डाउनलोड करना होगा. ऐप में आधार नंबर और उपभोक्ता आईडी दर्ज करने के बाद ओटीपी और फेस आईडी से ई-केवाईसी पूरी हो जाती है.
गैस एजेंसियां उठा सकती हैं कड़े कदम
गैस एजेंसी संचालक अमित अग्रवाल के अनुसार, बिना ई-केवाईसी उपभोक्ताओं की सिलेंडर बुकिंग बंद कर दी जाएगी. जिन उपभोक्ताओं के नाम पर गैस कनेक्शन है, उनकी उपस्थिति आवश्यक है. किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए कंपनियां इस प्रक्रिया को सख्ती से लागू करने की योजना पर काम कर रही हैं.
ई-केवाईसी के लाभ
ई-केवाईसी की यह अनिवार्यता न केवल उपभोक्ताओं के लिए पहचान की पुष्टि सुनिश्चित करेगी, बल्कि इससे फर्जी कनेक्शनों, डुप्लीकेट बुकिंग और सब्सिडी गड़बड़ी जैसे मामलों पर भी लगाम लगाई जा सकेगी. साथ ही, इससे उपभोक्ताओं को डिजिटल सेवाओं का लाभ भी समय पर मिलेगा.
जल्द करें ई-केवाईसी वरना रुक जाएगी सप्लाई
जिन उपभोक्ताओं ने अभी तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है, उन्हें जल्द से जल्द ई-केवाईसी करवाने की सलाह दी जा रही है. क्योंकि बिना इसके सिलेंडर की ऑनलाइन बुकिंग बंद कर दी जाएगी और जरूरत के समय गैस आपूर्ति रुक सकती है, जिससे घरेलू कार्यों में परेशानी हो सकती है.