PM Suryaghar Yojana: फरवरी 2024 में शुरू हुई ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना’ अब पूरे देश में तेज़ी से लोकप्रिय हो रही है. इसका उद्देश्य 10 करोड़ घरों में सौर ऊर्जा आधारित रूफटॉप सिस्टम स्थापित करना है, ताकि देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिले और घरेलू बिजली बिलों में भारी कमी लाई जा सके.
MNRE का बड़ा दावा
केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) के अनुसार, योजना के लागू होने के बाद से अब तक 1.5 करोड़ घरों में सोलर रूफटॉप सिस्टम लग चुके हैं. इससे प्रत्येक घर को औसतन 12,000 रुपये प्रति वर्ष की बचत हो रही है. मंत्रालय का लक्ष्य है कि 2027 तक 5 लाख करोड़ रुपये की कुल बचत का आंकड़ा पार कर लिया जाए.
सरकार का लक्ष्य
सरकार का अगला कदम और भी बड़ा है—2027 तक 10 करोड़ घरों में सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य. इससे न केवल कार्बन उत्सर्जन में भारी कमी आएगी, बल्कि भारत अपने 2030 तक 50% ऊर्जा जरूरतें नवीकरणीय स्रोतों से पूरी करने के लक्ष्य के करीब पहुंचेगा.
सब्सिडी और लोन से आसान बना सिस्टम लगाना
- सोलर पैनल लगवाना अब पहले से कहीं ज्यादा आसान और किफायती हो गया है.
- 1 से 3 किलोवाट के सोलर सिस्टम पर सरकार 30,000 से 78,000 रुपये तक की सब्सिडी दे रही है.
- साथ ही कम ब्याज दरों पर लोन और EMI योजनाएं भी उपलब्ध हैं, जिससे हर वर्ग के लोग योजना का लाभ उठा सकें.
सौर ऊर्जा क्षेत्र में रोजगार का विस्फोट
- इस योजना से न केवल घरों की बिजली लागत घटी है, बल्कि सोलर सेक्टर में 10 लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं.
- स्थापना, रखरखाव, निर्माण और वितरण जैसे क्षेत्रों में लोगों को काम मिला है.
- आगे चलकर 20 लाख से अधिक रोजगार सृजित करने का लक्ष्य रखा गया है.
कार्बन उत्सर्जन में आई 1.8 मिलियन टन की गिरावट
MNRE के अनुसार, अब तक योजना के तहत 2.5 गीगावाट सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित की जा चुकी है. इससे हर वर्ष 1.8 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आई है. यह न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ी उपलब्धि है, बल्कि भारत के वैश्विक जलवायु लक्ष्यों की पूर्ति का अहम हिस्सा भी है.
ग्रामीण भारत में बिजली से आत्मनिर्भरता
ग्रामीण इलाकों में जहां आज भी बिजली की उपलब्धता सीमित है, वहां सोलर रूफटॉप सिस्टम ने शिक्षा, स्वास्थ्य और छोटे व्यवसायों को रफ्तार दी है. बिजली की नियमित आपूर्ति ने ग्रामीण जीवन को आसान बनाया है और महिलाओं के लिए भी नई संभावनाएं खोली हैं.
कहां और कैसे करें आवेदन?
- सरकार ने आम जनता की सुविधा के लिए pmsuryaghar.gov.in पोर्टल को और बेहतर बनाया है.
- इस पोर्टल पर जाकर कोई भी व्यक्ति सब्सिडी के लिए आवेदन, योजना की जानकारी और आवेदन की स्थिति ट्रैक कर सकता है.
- जल्द ही इसमें और सुधार किए जाएंगे ताकि आवेदन प्रक्रिया और अधिक सरल हो सके.
चुनौतियां और समाधान पर भी है सरकार की नजर
- हालांकि, कुछ ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोग अभी भी योजना की जानकारी और लाभ से अनजान हैं.
- इसके लिए सरकार जागरूकता अभियान चला रही है.
- साथ ही, सोलर उपकरणों की गुणवत्ता और बैटरी स्टोरेज सिस्टम को बेहतर बनाने पर अनुसंधान किया जा रहा है.
- स्वदेशी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को प्रोत्साहन देकर भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी कदम उठाए जा रहे हैं.