Helmet Traffic Rule: अगर आप ये सोचते हैं कि आपने सिर पर हेलमेट रख लिया और अब ट्रैफिक पुलिस से बच गए, तो सावधान हो जाइए. सरकार ने टू-व्हीलर चालकों के लिए ट्रैफिक नियमों में बड़ा बदलाव किया है. अब सिर्फ हेलमेट पहनना ही नहीं, उसे सही तरीके से पहनना और बांधना भी अनिवार्य हो गया है.
हेलमेट का दिखावा नहीं, सही पहनना जरूरी
- अभी तक लोगों को यही जानकारी थी कि बिना हेलमेट चलने पर चालान कटता है, लेकिन अब हेलमेट पहनने के तरीके पर भी चालान कट सकता है.
- अगर आपने सिर्फ हेलमेट सिर पर रखा है, लेकिन पट्टी नहीं बांधी या ढीली है – तो चालान कटेगा.
- ढीला या स्ट्रैप-फ्री हेलमेट पहनना अब सीधे नियम उल्लंघन माना जाएगा.
- ट्रैफिक पुलिस ऐसे मामलों में ₹1000 से ₹2000 तक जुर्माना लगा सकती है, भले आपने हेलमेट पहन रखा हो.
हेलमेट की पट्टी नहीं बांधी? हो सकता है चालान ₹1000 का
- नए नियमों के मुताबिक, हेलमेट की स्ट्रिप को लॉक करना जरूरी है. यदि आपने ऐसा नहीं किया:
- हेलमेट पहना है लेकिन स्ट्रैप नहीं बांधा: ₹1000 का चालान
- हेलमेट ढीला है और स्ट्रैप भी नहीं बांधा: ₹2000 तक चालान संभव
- अगर हेलमेट ISI मार्क वाला नहीं है, तो अलग से ₹1000 का चालान लगेगा
- यह नियम केवल चालकों पर नहीं, बल्कि बाइक पर पीछे बैठने वालों पर भी लागू होता है.
मोटर वाहन अधिनियम में हुआ बदलाव
सरकार ने Motor Vehicles Act 1988 की धारा 194D में संशोधन कर यह नियम लागू किया है. अब किसी भी बाइक या स्कूटर सवार ने अगर:
- हेलमेट नहीं पहना, या
- सही से नहीं पहना, या
- गैर-प्रमाणित हेलमेट पहना
- तो उस पर ₹2000 तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.
- ISI मार्क वाला हेलमेट ही होगा मान्य
ट्रैफिक नियमों के नए प्रावधान के अनुसार
- केवल ISI (भारतीय मानक ब्यूरो) से प्रमाणित हेलमेट ही मान्य होंगे.
- अगर आपने लोकल या डुप्लीकेट हेलमेट पहना है, तो भी चालान कटेगा.
- इस नियम को दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, जयपुर, भोपाल जैसे शहरों में सख्ती से लागू किया जा रहा है.
कैसे पहनें हेलमेट सही तरीके से?
हेलमेट पहनना आसान लग सकता है, लेकिन सही तरीका अपनाना आपकी सुरक्षा और नियम दोनों के लिए जरूरी है:
- हेलमेट सिर पर फिट होना चाहिए, न बहुत ढीला, न बहुत टाइट
- स्ट्रैप को मजबूती से लॉक करें, ताकि हादसे में हेलमेट हटे नहीं
- ISI मार्क चेक करें, नकली या लोकल हेलमेट का इस्तेमाल न करें
चालान से सबक लेने की जरूरत
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने बीते दिनों एक व्यक्ति का चालान इसलिए काटा क्योंकि उसका हेलमेट तो था, लेकिन स्ट्रैप नहीं बांधा गया था. उसने आपत्ति जताई कि उसने हेलमेट पहना था, लेकिन पुलिस ने कानून की प्रति दिखाकर बताया – “हेलमेट पहनने का मतलब है उसे सही ढंग से पहनना और स्ट्रैप को लॉक करना.”
नए नियम क्यों हैं जरूरी?
- सरकार का उद्देश्य केवल चालान काटना नहीं है, बल्कि:
- टू-व्हीलर हादसों में मौतों को कम करना
- हेलमेट की सही उपयोगिता को लागू करना
सड़क सुरक्षा मानकों को मजबूत करना
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हेलमेट पहनने से बाइक एक्सीडेंट में मौत की संभावना 42% तक घट जाती है, लेकिन केवल तब जब वह ठीक से पहना गया हो.
लोगों की आम गलतियां जो अब बन सकती हैं भारी
- बिना स्ट्रैप वाला हेलमेट पहनना
- ISI मार्क नहीं देखना
- पुराना, टूट-फूट वाला हेलमेट उपयोग करना
- पीछे बैठने वाले को हेलमेट न पहनाना
- इन सभी मामलों में अब ट्रैफिक पुलिस चालान काट सकती है.
- कैसे बचें चालान से और रखें खुद को सुरक्षित?
- हमेशा ISI प्रमाणित हेलमेट खरीदें
- सही आकार का हेलमेट चुनें
- हर बार निकलने से पहले स्ट्रैप बांधें
- हेलमेट को साफ रखें और समय-समय पर बदलें
- पीछे बैठने वाले को भी हेलमेट पहनाएं