Fridge Buying Guide: फ्रिज खरीदते वक्त अक्सर लोग इस बात को लेकर उलझन में रहते हैं कि जाली वाले फ्रिज बेहतर हैं या बिना जाली वाले. बाजार में मिलने वाले दो प्रमुख प्रकार के फ्रिज हैं—डायरेक्ट-कूल और फ्रॉस्ट-फ्री. इन दोनों की कूलिंग तकनीक, बिजली खपत, मेंटेनेंस, कीमत और उपयोगिता में बड़ा अंतर होता है. सही फ्रिज का चुनाव आपके परिवार के साइज और उपयोग के तरीके पर निर्भर करता है.
कूलिंग तकनीक में है सबसे बड़ा फर्क
डायरेक्ट-कूल फ्रिज, यानी जिसके पीछे काले रंग की जाली या कॉइल दिखाई देती है. यह प्राकृतिक हवा के ज़रिए ठंडक फैलाता है. इस तकनीक में फ्रिज के अंदर ठंडी हवा स्वतः संचरित होती है और ठंडक बनी रहती है. दूसरी ओर, फ्रॉस्ट-फ्री फ्रिज में फैन और सेंसर तकनीक होती है, जो हर कोने में समान रूप से ठंडक पहुंचाती है.
जाली वाले फ्रिज में बर्फ मैन्युअली हटानी पड़ती है. जबकि बिना जाली वाले फ्रिज में यह काम ऑटोमैटिक डिफ्रॉस्टिंग सिस्टम के जरिए होता है. इसका मतलब यह है कि डायरेक्ट-कूल फ्रिज साधारण तकनीक पर काम करता है जबकि फ्रॉस्ट-फ्री फ्रिज स्मार्ट और आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस होता है.
कौन सा है ज्यादा किफायती?
अगर बात करें बिजली खर्च की, तो डायरेक्ट-कूल फ्रिज इस मामले में ज्यादा किफायती साबित होता है. इसमें ना फैन होता है और ना ही हीटर या ऑटोमैटिक सिस्टम. इसलिए यह कम ऊर्जा की खपत करता है. यह छोटे परिवारों के लिए सस्ता और टिकाऊ विकल्प है.
दूसरी ओर, फ्रॉस्ट-फ्री फ्रिज में फैन, हीटर और सेंसर सिस्टम होते हैं, जिससे यह थोड़ी अधिक बिजली खर्च करता है. हालांकि इसके साथ बर्फ जमने की दिक्कत नहीं होती और खाद्य सामग्री भी लंबे समय तक ताज़ा रहती है. इसलिए इसकी लागत वाजिब मानी जा सकती है.
सफाई और मेंटेनेंस
जाली वाले फ्रिज, यानी डायरेक्ट-कूल मॉडल में फ्रीजर में समय-समय पर बर्फ जमा होती है. जिसे हटाने के लिए आपको फ्रिज को बंद करके डिफ्रॉस्ट करना पड़ता है. साथ ही पीछे की खुली कॉइल्स पर धूल और गंदगी भी जम जाती है. जिसकी नियमित सफाई आवश्यक होती है.
वहीं बिना जाली वाले फ्रॉस्ट-फ्री फ्रिज में ना तो बर्फ जमती है और ना ही सफाई की उतनी ज़रूरत पड़ती है. डिफ्रॉस्टिंग ऑटोमैटिक होती है और कॉइल्स ढकी होती हैं. जिससे मेंटेनेंस बेहद आसान हो जाता है. यदि आप कम मेहनत वाला विकल्प चाहते हैं, तो यह फ्रिज आपके लिए उपयुक्त है.
कीमत और बजट
डायरेक्ट-कूल फ्रिज, यानी कॉइल वाले मॉडल, आम तौर पर 10,000 से 18,000 रुपये के बीच उपलब्ध होते हैं. ये छोटे बजट और सीमित उपयोग के लिए अच्छे होते हैं. छोटे परिवार या छात्रों के लिए यह सबसे बढ़िया विकल्प साबित हो सकता है.
इसके विपरीत फ्रॉस्ट-फ्री फ्रिज की शुरुआती कीमत 20,000 रुपये से ऊपर होती है. हालांकि इसकी कीमत थोड़ी ज्यादा होती है, लेकिन इसमें मिलने वाली सुविधाएं जैसे बेहतर कूलिंग, ऑटोमैटिक डिफ्रॉस्ट और कम मेंटेनेंस इसे मूल्यवान बनाती हैं.
परिवार के साइज के अनुसार कौन सा है सही?
अगर आप अकेले रहते हैं या छोटा परिवार है (1–2 सदस्य), तो डायरेक्ट-कूल फ्रिज लेना अधिक उपयुक्त और किफायती रहेगा. यह कम बिजली में अच्छा प्रदर्शन करता है और बजट के अनुकूल भी होता है.
वहीं अगर आपके परिवार में तीन या अधिक सदस्य हैं, तो फ्रॉस्ट-फ्री फ्रिज ज्यादा सुविधाजनक और स्पेस युक्त होता है. इसमें स्टोरेज ज्यादा होता है. फूड लंबे समय तक फ्रेश रहता है और साफ-सफाई में भी परेशानी नहीं होती.