Kanwar Yatra Safety: श्रावण मास के पवित्र अवसर पर शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो चुका है. हर वर्ष लाखों श्रद्धालु इस धार्मिक यात्रा में भाग लेते हैं और कांवड़ मार्गों पर भारी भीड़ उमड़ती है. इस बार सरकार ने विशेष ध्यान देते हुए खाद्य सुरक्षा, औषधि निगरानी और पहचान प्रणाली को लेकर सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिनका पालन हर हाल में अनिवार्य होगा.
फूड सेफ्टी के लिए सख्त निर्देश, बिना लाइसेंस दुकानें नहीं चलेंगी
- खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (FSDA) ने सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि कांवड़ मार्ग पर स्थित हर खाद्य प्रतिष्ठान के पास वैध लाइसेंस या पंजीकरण अनिवार्य होगा.
- सभी दुकानों को पंजीकरण प्रमाण पत्र और फूड सेफ्टी डिस्प्ले बोर्ड (FSD बोर्ड) प्रमुखता से लगाना होगा
- FSSAI के फूड सेफ्टी कनेक्ट ऐप से संबंधित सूचना पट्ट (साइनेज) भी दुकानों पर लगाना होगा
- बिना लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन वाली दुकानें बंद कराई जाएंगी
- खुला मांस और अंडा बेचने पर रहेगा सख्त प्रतिबंध
- स्वच्छता और धार्मिक भावनाओं को देखते हुए खुले में मांस और अंडा बेचने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है.
यह आदेश पूरे कांवड़ रूट पर लागू रहेगा
किसी भी तरह का उल्लंघन तत्काल कार्रवाई के दायरे में आएगा
- प्रशासन ने जिला स्तर पर संयुक्त निरीक्षण टीमें गठित की हैं जो दैनिक निरीक्षण करेंगी
- पंडालों में बांटे जाने वाले भोजन की भी होगी जांच
- सामाजिक और धार्मिक संगठनों द्वारा लगाए गए पंडालों में जो भोजन वितरित किया जाएगा, उसकी भी गुणवत्ता की जांच की जाएगी.
मेडिकल स्टोर्स पर नजर
औषधि सुरक्षा के मामले में भी प्रशासन पूरी तरह चौकस है. कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी तरह की दवा की कमी या अवैध बिक्री को रोकने के लिए गाइडलाइंस जारी की गई हैं.
- मेडिकल स्टोरों को जरूरी दवाओं का स्टॉक बनाए रखने का निर्देश
- नशीली या नींद लाने वाली दवाएं सिर्फ डॉक्टर के लिखे पर्चे पर ही बेची जा सकेंगी
- किसी भी स्टोर द्वारा नियम तोड़ने पर सीधी कार्रवाई की जाएगी
- कांवड़ियों को प्राथमिकता पर मिलेगा ब्लड – ब्लड बैंकों को निर्देश
- आपात स्थिति में किसी कांवड़ यात्री को रक्त की जरूरत पड़े तो ब्लड बैंकों को प्राथमिकता के आधार पर ब्लड उपलब्ध कराना होगा.
सभी जिलों को रेडी ब्लड स्टॉक रखने के निर्देश
ब्लड यूनिट की उपलब्धता की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी
- QR कोड पंजीकरण से होगी कांवड़ियों की पहचान
- यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए इस बार QR कोड आधारित पंजीकरण प्रणाली लागू की जा रही है.
- हर कांवड़िये की डिजिटल पहचान और एंट्री दर्ज होगी
- इससे संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान और निगरानी आसान होगी
- यह प्रणाली प्रशासन को रूट पर सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण में मदद करेगी
हर दिन की कार्रवाई की रिपोर्ट देनी होगी मुख्यालय को
प्रशासन ने जिलों को निर्देश दिया है कि वे हर दिन की कार्रवाई का विवरण Google Form के माध्यम से मुख्यालय भेजें.
- यदि कहीं भी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन होता है, तो
- जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी
- यह कदम सुनिश्चित करेगा कि कोई भी जिला लापरवाही न बरते और हर स्तर पर सक्रिय निगरानी और अमल हो.