New Metro Line: हरियाणा के दो प्रमुख शहरों – गुरुग्राम और फरीदाबाद – को मेट्रो कनेक्टिविटी से जोड़ने की मांग कई वर्षों से की जा रही थी. अब इस दिशा में सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुग्राम-फरीदाबाद मेट्रो रूट को लेकर अहम घोषणा की है.
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “गुरुग्राम और फरीदाबाद NCR के दो महत्वपूर्ण शहर हैं. इन दोनों को जोड़ने वाली मेट्रो परियोजना अब ज़मीन पर उतरने वाली है.” उन्होंने बताया कि DMRC और हरियाणा सरकार के बीच लगातार बैठकें चल रही हैं और DPR (Detailed Project Report) अंतिम चरण में है.
कितनी लंबी होगी मेट्रो लाइन? जानिए प्रस्तावित रूट
DMRC की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, गुरुग्राम से फरीदाबाद तक मेट्रो लाइन की लंबाई 35 किलोमीटर से अधिक होगी.
इस प्रस्तावित रूट पर 12 से 14 स्टेशन होंगे जो रेजिडेंशियल, इंडस्ट्रियल और कॉर्पोरेट एरियाज को कवर करेंगे.
- बदरपुर
- सेक्टर 37C
- खेड़की दौला
- वजीरपुर
- साइबर सिटी
जैसे क्षेत्रों को इस मेट्रो रूट से जोड़ा जाएगा, जिससे आवागमन आसान होगा.
लाखों यात्रियों को होगा सीधा फायदा
इस मेट्रो सेवा से हर दिन गुरुग्राम और फरीदाबाद आने-जाने वाले लाखों यात्रियों को राहत मिलेगी. इससे मुख्य रूप से:
- ऑफिस जाने वाले कर्मचारियों
- कॉलेज और स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं
- व्यवसाय से जुड़े लोगों
- को सफर में सहूलियत मिलेगी और समय की बचत होगी. इसके अलावा सड़क यातायात पर दबाव कम होगा, ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी, और ईंधन की खपत घटेगी, जिससे पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
प्रोजेक्ट की लागत और समयसीमा
मुख्यमंत्री सैनी के अनुसार, सरकार का लक्ष्य है कि इस मेट्रो प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य वर्ष 2026 के मध्य तक पूरा कर लिया जाए.
पूरे प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत ₹5,800 करोड़ है. इसके लिए:
- केंद्र सरकार
- हरियाणा राज्य सरकार
- NCR Planning Board
- की साझेदारी में फंडिंग सुनिश्चित की जाएगी.
किस क्षेत्र में कितनी बड़ी सुविधा?
गुरुग्राम की तेज़ी से विकसित हो रही कॉर्पोरेट और टेक्नोलॉजी हब को फरीदाबाद जैसे इंडस्ट्रियल शहर से जोड़ने से इकोनॉमिक इंटरकनेक्टिविटी और बेहतर होगी. प्रवासी कामगार, स्टूडेंट्स, व्यापारियों के लिए ये मेट्रो एक भरोसेमंद ट्रांसपोर्ट विकल्प बनेगी.
मेट्रो से बढ़ेगा विकास और निवेश
एक बार यह मेट्रो लाइन शुरू हो जाती है, तो इससे इन दोनों शहरों में निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा. रियल एस्टेट सेक्टर, लघु उद्योग और लोकल बिजनेस को इन्फ्रास्ट्रक्चर की मजबूती से लाभ होगा. इससे हरियाणा की अर्थव्यवस्था को नया बल मिलेगा.