हरियाणा के स्कूली बच्चों को मिला अनोखा होमवर्क, छुट्टियों में करना होंगे ये खास काम Summer Vacation Homework

Summer Vacation Homework: हरियाणा के स्कूलों में 1 जून 2025 से ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो गया है और इस बार छुट्टियों में बच्चों को जो होमवर्क दिया गया है, वह पूरी तरह से नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) की सोच को दर्शाता है. अब बच्चों को किताबों से हटकर जीवन से जुड़े अनुभवात्मक कार्य दिए गए हैं. यह रटने वाला पारंपरिक होमवर्क नहीं, बल्कि ऐसा है जो सेवाभाव, डिजिटल जागरूकता और सामाजिक समझ को बढ़ावा देगा.

दादी-नानी से सीखने का मिलेगा मौका

छुट्टियों के दौरान बच्चों को परिवार के बुजुर्गों से जुड़ने का अवसर दिया गया है. उन्हें दादी-नानी या दादा-नाना के पैर दबाने, उनसे संवाद करने और उनके जीवन से सेवा व सम्मान की भावना को सीखने के लिए प्रेरित किया गया है. साथ ही, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे सामाजिक अभियानों को समझने की जिम्मेदारी भी दी गई है. यह बच्चों को परंपरा, संस्कृति और सामाजिक चेतना से जोड़ने की एक सकारात्मक पहल है.

कक्षा 5 के बच्चों को मिला सामाजिक समझ बढ़ाने वाला होमवर्क

पांचवीं कक्षा के छात्रों को अपने परिवार और समाज से जुड़ी जानकारियों को एकत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं. इसमें परिवार के सदस्यों के नाम, मोबाइल नंबर, रिश्तेदारों की जानकारी, राजनीतिक ढांचे, बस-ट्रेन सेवाओं की जानकारी और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों (जैसे एसपी, विधायक) के नाम जानना शामिल है. इससे बच्चों में सामाजिक जागरूकता और नागरिक जिम्मेदारी विकसित होगी.

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कक्षा 4 में उपभोक्ता जागरूकता पर ज़ोर

चौथी कक्षा के बच्चों को उनके आस-पास मौजूद वस्तुओं जैसे वाहनों, घरेलू उत्पादों और खाने की चीज़ों के ब्रांडों की पहचान करने का कार्य सौंपा गया है. इसमें साइकिल, स्कूटर, नमकीन, बिस्किट, दूध, मसाले जैसी चीजें शामिल हैं. यह होमवर्क बच्चों को उपभोक्ता अधिकार, व्यावहारिक सोच और पर्यावरणीय समझ सिखाने का तरीका है.

डिजिटल दुनिया की तरफ पहला कदम

बच्चों को मोबाइल और टैबलेट में उपयोग होने वाले प्रमुख डिजिटल ऐप्स जैसे गूगल पे, पेटीएम, फोन पे, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, फेसबुक आदि के लोगो पहचानने और चित्र बनाने का होमवर्क दिया गया है. इससे वे डिजिटल लिटरेसी की ओर पहला कदम उठाएंगे और उन्हें तकनीकी दुनिया की बुनियादी समझ मिलेगी.

शिक्षकों की खुद की वर्कशीट्स और समर्पण

शिक्षकों ने केवल पाठ्यपुस्तकों तक सीमित न रहते हुए अपने स्तर पर वर्कशीट्स तैयार की हैं. हर विषय के शिक्षक ने अलग-अलग तरह का होमवर्क प्रिंट कराकर बच्चों को सौंपा है, जिससे बच्चों की बहुपक्षीय विकास यात्रा शुरू हो सके.

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पेरेंट्स-टीचर मीटिंग में दी गई जानकारी

छुट्टियों से पहले स्कूलों में पेरेंट्स-टीचर मीटिंग का आयोजन किया गया, जिसमें अभिभावकों को होमवर्क की प्रकृति समझाई गई. कई स्कूलों में छुट्टियों की शुरुआत को उत्सव के रूप में मनाया गया. जैसे, मिलगेट के गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल में हेड टीचर वेदपाल रायपुर ने बच्चों और अभिभावकों को खीर खिलाकर छुट्टियों की शुरुआत करवाई और उन्हें यह समझाया कि बच्चों को टीवी और मोबाइल से दूर रखकर खेल-कूद और पढ़ाई में व्यस्त रखना चाहिए.

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