Weather Update: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 7 जून को देशभर के कई राज्यों के लिए मौसम को लेकर गंभीर अलर्ट जारी किया है. कहीं भारी बारिश का अंदेशा है, तो कहीं तेज आंधी और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है. खासकर पूर्वोत्तर भारत, समुद्री राज्य और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के कई जिले इस सप्ताह मौसम की मार झेल सकते हैं.
पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश का पूर्वानुमान
अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा जैसे राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.
IMD के अनुसार,
- 7 जून को त्रिपुरा में भारी बारिश हो सकती है.
- 9 से 11 जून के बीच नागालैंड, मिजोरम और मणिपुर में भी भारी बारिश का अनुमान है.
- अरुणाचल प्रदेश में 9 से 13 जून तक रुक-रुक कर भारी बारिश हो सकती है.
समुद्र से सटे राज्यों में भी भारी बारिश की चेतावनी
- ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और यनम के कई इलाकों में भारी वर्षा दर्ज की गई है.
- 24 घंटे में 85 मिमी तक की बारिश होने का अनुमान जताया गया है.
- पिछले 6 घंटों में 12 मिमी और 24 घंटों में 20 मिमी तक बारिश हो चुकी है.
मध्य प्रदेश में आंधी के साथ बिजली गिरने का खतरा
- मध्य प्रदेश में 7 जून को 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चल सकती है.
इसके साथ ही बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं. - 10 से 13 जून के बीच छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार और झारखंड में भी तेज हवाओं और बिजली गिरने की चेतावनी है.
राजस्थान और उत्तर भारत में भी रहेगा मौसम का प्रभाव
पूर्वी राजस्थान में
- 7 और 8 जून को हल्की से मध्यम बारिश संभव है.
- वहीं पश्चिमी राजस्थान में 8 से 10 जून तक धूल भरी आंधी चल सकती है.
उत्तर भारत के अन्य राज्यों जैसे
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में 11 से 13 जून के बीच बारिश की संभावना बनी हुई है.
गुजरात के 22 जिलों में गरज के साथ बारिश
गुजरात के कई हिस्सों में भी बारिश का दौर देखने को मिलेगा.
इन जिलों में गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा संभव है:
पंचमहाल, दाहोद, वडोदरा, छोटा उदयपुर, नर्मदा, भरूच, सूरत, डांग, नवसारी, वलसाड, तापी, दमन, दादरा-नगर हवेली, राजकोट, पोरबंदर, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ, बोटाद और दीव.
अगले 7 दिन तक बारिश का असर बना रहेगा
- IMD का पूर्वानुमान है कि अगले सात दिनों तक भारत के कई हिस्सों में बारिश की स्थिति बनी रहेगी.
- खासतौर पर पूर्वोत्तर और उप-हिमालयी राज्यों में लगातार बारिश की संभावना जताई गई है.
- इससे फसल, यातायात और जनजीवन पर असर पड़ सकता है.