Monson Update: मध्यप्रदेश में मानसून ने पूरी तरह से दस्तक दे दी है. गुरुवार, 19 जून 2025 को भोपाल, जबलपुर, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, राजगढ़ और हरदा समेत कई जिलों में लगातार बारिश का दौर जारी रहा. मौसम विभाग ने बताया है कि राज्य में एक साथ पांच वेदर सिस्टम सक्रिय हो गए हैं, जिससे अगले चार दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है.
55 जिलों में येलो अलर्ट, तेज गर्जना के साथ बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने प्रदेश के 55 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में तेज हवाओं, बिजली गिरने और मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. मुख्य जिले जिनमें अलर्ट जारी हुआ है:
अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, सागर – इन जिलों में गर्ज-चमक के साथ बारिश की चेतावनी है.
वहीं, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर, पांढुर्णा जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक की संभावना जताई गई है.
एमपी में एकसाथ 5 वेदर सिस्टम सक्रिय
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने जानकारी दी है कि प्रदेश में इस समय दो कम दबाव क्षेत्र (Low Pressure Areas) और तीन चक्रवातीय परिसंचरण (Cyclonic Circulation) एक साथ सक्रिय हैं. इसका सीधा असर राज्य भर में देखने को मिल रहा है.
उन्होंने बताया कि:
- 20, 21, 22 और 23 जून को मध्यप्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा.
- कुछ इलाकों में अति भारी बारिश भी हो सकती है.
- विशेष रूप से अगले 24 घंटे में तीव्र बारिश की संभावना जताई गई है.
यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि आने वाले दिनों में भारी बारिश के साथ सुरक्षा सतर्कता जरूरी है.
अगले चार दिन सावधानी जरूरी, स्कूल-कॉलेज पर भी असर संभव
प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में लगातार बारिश की आशंका को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी, जलभराव की स्थिति और यात्रा में बाधा जैसे हालात बन सकते हैं. स्थानीय प्रशासन को सलाह दी गई है कि सावधानी बरतें और लोगों को भी फिजूल यात्रा से बचने की हिदायत दी गई है.
कब तक रहेगा बारिश का असर?
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, जब तक सक्रिय वेदर सिस्टम कमजोर नहीं पड़ते, तब तक प्रदेश में मानसून सक्रिय बना रहेगा. मानसून की यह सक्रियता जून के अंत तक बनी रह सकती है.
नए अपडेट के लिए मौसम विभाग की वेबसाइट और लोकल प्रशासन के निर्देशों पर नजर रखें.