IMD Rain Alert: उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, बादल फटना और लैंड स्लाइड ने तबाही मचा दी है. कई जगहों पर सड़कें टूट गई हैं, घरों को नुकसान हुआ है और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने को मजबूर हैं. पहाड़ी इलाकों में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा.
पूर्वोत्तर भारत में बारिश से जलजमाव
पूर्वोत्तर राज्यों में लगातार हो रही बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया है और कई घरों में बारिश का पानी घुस गया है. असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और त्रिपुरा जैसे राज्यों में लोग बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं. यातायात व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित हो चुकी है.
उत्तर भारत में बारिश ने बढ़ाई मुसीबत
पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और ओडिशा समेत उत्तर भारत के कई राज्य भी भारी बारिश की चपेट में हैं. कई जगहों पर नालों के उफान पर आने से सड़कों पर पानी बह रहा है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. खेतों में खड़ी फसलें भी नुकसान की कगार पर पहुंच गई हैं.
7 से 13 जुलाई तक IMD का चेतावनी भरा अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 7 से 13 जुलाई तक देश के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश का अनुमान जताया है. उत्तर भारत, पूर्वोत्तर, पश्चिम, मध्य और दक्षिण भारत में तेज हवाओं के साथ गरज-चमक की भी आशंका है. IMD ने कई राज्यों में रेड और ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है.
हिमाचल और उत्तराखंड में विशेष सतर्कता
7 जुलाई से शुरू होकर 13 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान है. वहीं उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में भी कई स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बेकार यात्रा से बचें और सतर्क रहें.
मध्य भारत में भयंकर बारिश का अनुमान
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ में भी IMD ने भारी से अति भारी वर्षा की संभावना जताई है. इन राज्यों में सड़कों पर जलभराव और नदी-नालों में उफान की आशंका के चलते स्थानीय प्रशासन ने बचाव दलों को अलर्ट पर रखा है.
पूर्वी भारत में 8 जुलाई तक बारिश की चेतावनी
झारखंड, गंगा के मैदानी इलाकों वाले पश्चिम बंगाल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में 8 जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है. किसानों और आम नागरिकों से सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. बिजली गिरने और तूफानी हवाओं के कारण आकस्मिक हादसों का भी खतरा बना हुआ है.
तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा
उत्तर भारत के कई राज्यों में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ-साथ 30 से 40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है. यह स्थिति अगले 7 दिनों तक बनी रह सकती है, जिससे परिवहन सेवाओं और जनजीवन पर असर पड़ सकता है.
महाराष्ट्र और गुजरात में भी IMD अलर्ट
7 जुलाई को मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. इसके साथ ही कोंकण, गोवा और गुजरात के कई भागों में भी पूरे सप्ताह भारी बारिश जारी रहने का अनुमान है. यह क्षेत्र पहले से ही मॉनसून के दबाव में हैं, ऐसे में स्थिति और बिगड़ सकती है.
पूर्वोत्तर भारत में तूफान और गरज-चमक
अगले सात दिनों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है. साथ ही कुछ क्षेत्रों में गरज, बिजली और तूफान की भी आशंका है. लोगों को खुले इलाकों में न निकलने और सुरक्षित जगहों पर रहने की सलाह दी गई है.
लोगों को प्रशासन ने किया सतर्क
IMD और राज्य प्रशासन ने लोगों से बिना वजह घरों से बाहर न निकलने, पहाड़ी और जलभराव वाले इलाकों से दूरी बनाए रखने की अपील की है. स्कूलों में अस्थायी छुट्टियां दी जा रही हैं और आपात स्थिति से निपटने के लिए NDRF टीमें अलर्ट मोड में रखी गई हैं.