Private Jet Engine: क्या आपने कभी सोचा है कि एक प्राइवेट जेट का इंजन कितना ताकतवर होता है? इसका माइलेज क्या होता है और उड़ान भरने पर एक घंटे में कितना खर्च आता है? अगर आप भी इस लग्जरी फ्लाइंग मशीन की दुनिया में रुचि रखते हैं, तो यह जानकारी आपको रोमांचित कर सकती है.
इंजन की ताकत
प्राइवेट जेट्स में सामान्य गाड़ियों की तरह CC में इंजन की माप नहीं होती. इनमें Jet Turbine Engine होता है, जिसकी शक्ति को थ्रस्ट (kN या lbs) और Shaft Horsepower (SHP) में मापा जाता है. तुलना करें तो एक Jet Engine की शक्ति 10,00,000+ CC से भी ज्यादा मानी जाती है, जो किसी भी सुपरकार से कई गुना ज्यादा ताकतवर होती है.
प्राइवेट जेट की माइलेज कितनी होती है?
प्राइवेट जेट्स की माइलेज ‘किमी प्रति लीटर’ में नहीं बल्कि गैलन प्रति घंटे (GPH) या नॉटिकल मील प्रति गैलन (mpg) में मापी जाती है. अलग-अलग कैटेगरी के जेट्स की औसत माइलेज इस प्रकार होती है:
- छोटे जेट्स: 1.5 से 3 mpg
- मिड-साइज जेट्स: 1 से 1.5 mpg
- बड़े या लॉन्ग रेंज जेट्स: 0.8 से 1 mpg
मतलब एक छोटा प्राइवेट जेट लगभग 3.78 लीटर (1 गैलन) में 3.7 से 5.5 किमी तक उड़ सकता है.
एक घंटे की उड़ान का खर्च कितना आता है?
प्राइवेट जेट उड़ाना सिर्फ शौक नहीं, बल्कि महंगा शौक है. इसकी प्रति घंटे की लागत कई कारकों पर निर्भर करती है:
- फ्यूल की कीमत
- जेट का मॉडल और साइज
- मेंटनेंस और क्रू चार्ज
- एयरपोर्ट फीस व टैक्स
- औसतन प्रति घंटे का खर्च इस प्रकार है:
- लाइट जेट: ₹1.5 लाख से ₹3 लाख
- मिड-साइज जेट: ₹3 लाख से ₹6 लाख
- हेवी या लॉन्ग रेंज जेट: ₹8 लाख से ₹15 लाख
कितनी होती है प्राइवेट जेट की टॉप स्पीड?
अधिकांश प्राइवेट जेट्स की टॉप स्पीड 700 से 950 किमी प्रति घंटा के बीच होती है. कुछ एडवांस जेट्स की स्पीड 1000 किमी प्रति घंटा के पार भी जाती है.
इससे यह स्पष्ट है कि प्राइवेट जेट्स गति और लग्जरी का बेहतरीन मेल हैं.
पेट्रोल-डीजल से अलग है जेट फ्यूल
प्राइवेट जेट्स में आमतौर पर Aviation Turbine Fuel (ATF) या Jet A फ्यूल का इस्तेमाल होता है, जो साधारण पेट्रोल या डीजल से बहुत अलग होता है. यह ईंधन अधिक ऊंचाई और तापमान पर भी स्थिरता से कार्य करता है और जेट इंजनों के लिए उपयुक्त होता है.
जेट ऑपरेशन में छिपी अन्य लागतें
केवल फ्यूल ही नहीं, प्राइवेट जेट ऑपरेशन की लागत में शामिल होती हैं:
- क्रू की सैलरी और ट्रेनिंग
- हैंगर चार्ज
- एयर ट्रैफिक कंट्रोल फीस
- बीमा और मेंटनेंस
- सुरक्षा और तकनीकी स्टाफ की लागत
- यह सभी खर्च मिलकर इसे करोड़ों का मासिक संचालन बना देते हैं.
क्यों अमीर लोग चुनते हैं प्राइवेट जेट?
गोपनीयता, समय की बचत, लक्जरी और कस्टमाइजेशन जैसे कारणों से अमीर लोग प्राइवेट जेट को प्राथमिकता देते हैं. ये जेट्स न सिर्फ सुविधा देते हैं, बल्कि स्टेटस सिंबल भी माने जाते हैं.
वहीं कंपनियां और कॉरपोरेट जगत इसे समय प्रबंधन और एक्सक्लूसिव ट्रैवलिंग अनुभव के लिए उपयोग करते हैं.