Pilot Course Cost: भारत में हजारों युवा पायलट बनने का सपना देखते हैं. यह पेशा न केवल प्रतिष्ठा से जुड़ा होता है, बल्कि इसमें ऊंची सैलरी, एडवेंचर और ग्लोबल अवसर भी होते हैं. हालांकि, पायलट बनने के सफर में कई चुनौतियां, योग्यता की शर्तें और भारी फीस जैसी बाधाएं भी हैं, जिनकी सही जानकारी जरूरी है.
पायलट बनने के दो प्रमुख रास्ते
भारत में पायलट बनने के दो मुख्य तरीके हैं:
- कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) के लिए प्राइवेट एविएशन संस्थानों से ट्रेनिंग लेना.
- भारतीय वायुसेना (IAF) के माध्यम से सैन्य पायलट बनना.
- इन दोनों रास्तों में योग्यता, ट्रेनिंग पैटर्न और खर्च में बड़ा अंतर है.
शैक्षणिक योग्यता क्या होनी चाहिए?
अगर आप CPL के ज़रिए पायलट बनना चाहते हैं, तो आपके पास ये न्यूनतम शैक्षणिक योग्यताएं होनी चाहिए:
- 10+2 में भौतिकी, गणित और अंग्रेज़ी अनिवार्य विषय होने चाहिए.
- कम से कम 50% अंक जरूरी हैं.
- यदि आपने ये विषय स्कूल में नहीं पढ़े, तो आप NIOS या मान्यता प्राप्त बोर्ड से सुधार परीक्षा देकर योग्यता पूरी कर सकते हैं.
आयु सीमा और मेडिकल फिटनेस
- न्यूनतम आयु: 17 वर्ष
- मेडिकल योग्यता: DGCA द्वारा मान्यता प्राप्त Class I मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट अनिवार्य है. इसमें आपकी दृष्टि, ब्लड प्रेशर, हृदय गति आदि की जांच होती है.
फ्लाइंग ट्रेनिंग की अनिवार्यता
CPL के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार के पास कम से कम 200 घंटे की फ्लाइंग ट्रेनिंग हो. यह ट्रेनिंग डीजीसीए-मान्यता प्राप्त फ्लाइंग स्कूल से करनी होती है. इन घंटों में शामिल होते हैं:
- Solo flying
- Cross-country flying
- Instrument flying
- Night flying
पायलट ट्रेनिंग की फीस कितनी होती है?
भारत में पायलट बनने के लिए ट्रेनिंग की फीस संस्थान पर निर्भर करती है. सामान्यतः यह फीस ₹35 लाख से ₹55 लाख या इससे अधिक भी हो सकती है. कुछ प्रमुख संस्थानों की फीस इस प्रकार है:
- इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एविएशन साइंसेज (रायबरेली): ₹40-45 लाख
- नेशनल फ्लाइंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (Nashik): ₹42 लाख
- राजीव गांधी एविएशन एकेडमी (Hyderabad): ₹3-20 लाख (कोर्स के आधार पर)
- कुछ निजी संस्थानों की कुल लागत ₹1 करोड़ तक भी पहुंच सकती है, खासकर जब छात्र विदेशों में फ्लाइंग ट्रेनिंग लेना चाहते हैं.
वायुसेना के माध्यम से पायलट बनने का तरीका
यदि आप भारतीय वायुसेना में पायलट बनना चाहते हैं, तो इसके लिए UPSC द्वारा आयोजित NDA (नेशनल डिफेंस अकादमी) या CDS (कम्बाइंड डिफेंस सर्विसेस) परीक्षा पास करनी होती है. चयनित होने पर उम्मीदवार को:
- सभी ट्रेनिंग फ्री में दी जाती है.
- सैलरी मिलती है और नौकरी की गारंटी होती है.
- लंबे समय तक देश सेवा करने का अवसर मिलता है.
कौन सा रास्ता चुनें?
यदि आपके पास आर्थिक संसाधन हैं और आप कॉमर्शियल पायलट बनना चाहते हैं तो CPL एक बेहतर विकल्प है. वहीं यदि आप देश सेवा के साथ-साथ उड़ान भरना चाहते हैं, और कम लागत में ट्रेनिंग पाना चाहते हैं, तो वायुसेना एक शानदार विकल्प है.