New Expressway Project: उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण की तैयारियां तेज कर दी हैं. 15.17 किलोमीटर लंबे इस फोर लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के लिए पूरा निर्माण खाका तैयार कर लिया गया है. यूपीडा का लक्ष्य है कि इसका निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाए.
भविष्य में छह लेन में बदलेगा एक्सप्रेसवे
इस फोर लेन एक्सप्रेसवे को इस तरह डिजाइन किया गया है कि आवश्यकता पड़ने पर इसे छह लेन तक विस्तारित किया जा सके. इससे चित्रकूट की कनेक्टिविटी को काफी मजबूती मिलेगी और यह बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा, जिससे सड़क यातायात में सुधार होगा.
18 माह में होगा निर्माण कार्य पूरा
यूपीडा की योजना के अनुसार, इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 18 महीनों के भीतर पूरा कर लिया जाएगा. यह कार्य तेज रफ्तार में, गुणवत्ता के साथ किया जाएगा ताकि आमजन को जल्द से जल्द इसका लाभ मिल सके.
गाड़ियों के लिए होगी 120 किमी/घंटा की रफ्तार सीमा
एक्सप्रेसवे को इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि यहां वाहन 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ सकें. इसके लिए रोड की गुणवत्ता, मोड़ की बनावट और चौड़ाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
सेवा मार्ग और पुल-संरचनाओं की खास व्यवस्था
निर्माण योजना के तहत, सेतुओं के पास 200 मीटर लंबी और 7 मीटर चौड़ी सर्विस रोड भी बनाई जाएगी. इसके साथ ही, एक्सप्रेसवे पर छोटे पुल, उपरिगामी व अधोगामी सेतु भी प्रस्तावित हैं, ताकि यातायात का बहाव सहज और सुगम बना रहे.
आधुनिक सुविधाएं और गुणवत्ता नियंत्रण प्रणाली लागू
यूपीडा की कार्ययोजना में वाहन चालकों के लिए आधुनिक सुविधाओं का प्रावधान भी शामिल है. इस एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा, विश्राम स्थल, और अन्य जरूरी सुविधाएं विकसित की जाएंगी. इसके अलावा, निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विशेष गुणवत्ता नियंत्रण प्रणाली लागू की जाएगी.
जुलाई तक पूरी होगी डीपीआर और अन्य प्रक्रिया
इस परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) और अन्य प्रशासनिक प्रक्रियाएं जुलाई तक पूरी कर ली जाएंगी. इसके बाद निर्माण की प्रक्रिया को धरातल पर उतारने की तैयारी पूरी होगी.
चित्रकूट के विकास को मिलेगा नया आयाम
इस लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से चित्रकूट को पर्यटन और औद्योगिक दृष्टि से नई गति मिलेगी. बुंदेलखंड के साथ बेहतर संपर्क बनने से आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी और स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे.